भारत और इंग्लैंड के बीच 5 टेस्ट मैचों की सीरीज के दूसरे मुकाबले की शुरुआत बुधवार (2 जुलाई) से हुई। बर्मिंघम के एजबेस्टन में टॉस गंवाकर पहले बैटिंग करने उतरी टीम इंडिया ने पहले दिन स्टंप्स तक 5 विकेट के नुकसान पर 310 रन बना लिए हैं। कप्तान शुभमन गिल (114) शतक जड़कर क्रीज पर मौजूद हैं। रवींद्र जडेजा (41) उनके साथ डटे हुए हैं।
सीरीज में 0-1 से पिछड़ रही भारतीय टीम एजबेस्टन टेस्ट में जसप्रीत बुमराह के बिना उतरी है। बुमराह के वर्कलोड को मैनेज करने के लिए आराम दिया गया है। बुमराह की गैरमौजूदगी में टीम इंडिया के लिए यह मुकाबला जीतना आसान नहीं रहने वाला है। ऊपर से एजबेस्टन में भारत का टेस्ट रिकॉर्ड फैंस की टेंशन बढ़ा सकती है।
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टीम इंडिया नहीं तोड़ पाई है एजबेस्टन का तिलिस्म
एजबेस्टन में भारतीय टीम एक भी टेस्ट मैच नहीं जीत सकी है। टीम इंडिया ने इस मैदान पर 8 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें से 7 गंवाए हैं। उसने यहां एक मुकाबला 1986 में ड्रॉ कराया था। भारतीय टीम ने एजबेस्टन में पहला टेस्ट 1967 में खेला था। उसे यहां 58 साल से पहली टेस्ट जीत का इंतजार है।
टीम इंडिया को इस मैदान पर सबसे बड़ी हार 2011 में मिली थी। महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली टीम पहली पारी में 224 रन पर सिमट गई थी, जिसके जवाब में इंग्लैंड ने 710/7 के स्कोर पर अपनी पारी घोषित की। मेजबान टीम ने 484 रन की विशाल बढ़त मिली। भारत दूसरी पारी में 244 रन ही बना पाया और उसे पारी और 244 रन से करारी हार झेलनी पड़ी।
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2018 में जीत के करीब पहुंचा था भारत
भारत ने एजबेस्टन में अपना आखिरी टेस्ट 2022 में खेला था। पहली पारी में ऋषभ पंत (146) और रवींद्र जडेजा (104) के शतकों की मदद से उसने 416 रन बनाए। इसके बाद कप्तान जसप्रीत बुमराह की अगुवाई में गेंदबाजों के बेहतरीन प्रदर्शन से टीम इंडिया ने इंग्लैंड की पहली पारी 284 रन पर समेट 132 रन की लीड ले ली। भारत ने अपनी दूसरी पारी में 245 रन बनाए और इंग्लैंड के सामने 378 रन का बड़ा टारगेट रखा, जिसे मेजबान टीम ने 7 विकेट खोकर हासिल कर लिया। उसके लिए जॉनी बेयरस्टो ने दोनों पारियों में शतक ठोके।
एजबेस्टन में टीम इंडिया जीत के सबसे करीब 2018 में पहुंची थी। उसे 194 रन का लक्ष्य मिला था। तीसरे दिन स्टंप्स तक भारत का स्कोर 110 रन पर 5 विकेट था। कप्तान विराट कोहली 43 रन बनाकर नाबाद थे। उनके साथ दिनेश कार्तिक क्रीज पर थे। पहली पारी में शतक (149) जड़ने वाले कोहली ने चौथे दिन अर्धशतक पूरा किया लेकिन उनके आउट होते ही भारतीय टीम की उम्मीदें ध्वस्त हो गई। टीम ने यह मैच 31 रन से गंवा दिया।
ओल्ड ट्रैफर्ड में भी है जीत का इंतजार
मैजूदा सीरीज का चौथे टेस्ट मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में खेला जाना है। एजबेस्टन की तरह इस मैदान पर भी भारतीय टीम को पहली टेस्ट जीत का इंतजार है। भारत ने ओल्ड ट्रैफर्ड में 9 टेस्ट मैच खेले हैं, जिनमें से उसे 4 में हार झेलनी पड़ी है जबकि 5 मुकाबले ड्रॉ रहे हैं। उल्लेखनीय है कि 1990 के बाद से टीम इंडिया इस मैदान पर एक ही टेस्ट मैच में उतरी है।