क्रिकेट वेस्टइंडीज (CWI) ने जॉन कैम्पबेल को अनुशासनहीनता के लिए कड़ी सजा दी है। विडिंज बोर्ड ने कैम्पबेल को 4 मैच के लिए बैन कर दिया गया है। इस बैन की वजह बेहद चौंकानी वाली है। दरअसल, जॉन कैम्पबेल ने 12 दिन पहले घरेलू वनडे टूर्नामेंट सुपर 50 के फाइनल मैच में खेलने से इनकार कर दिया था और वह टॉस के लिए मैदान पर नहीं आए थे। जिसके चलते खिताबी मुकाबले को रद्द कर दिया गया था।
क्या है पूरा मामला?
वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड के घरेलू वनडे टूर्नामेंट सुपर 50 का फाइनल 24 नवंबर को खेला जाना था। इस मुकाबले में कैम्पबेल की कप्तानी वाली जमैका स्कॉर्पियन्स की टक्कर बारबाडोस प्राइड से थी। फाइनल मैच टारौबा में होना था, लेकिन बारिश के कारण समय पर शुरू नहीं हो सका। इसके बाद अंपायरों ने 20-20 ओवर का मैच कराना का फैसला किया था।
अंपायर्स ने कप्तानों को भरोसा दिलाया कि मैदान की परिस्थितियां खेलने लायक हैं, लेकिन इसके बावजूद दोनों टीम के कप्तान टॉस के लिए नहीं पहुंचे। ऐसे में मुकाबले को रद्द घोषित कर दिया गया. इसके चलते किसी भी टीम को विजेता और उपविजेता घोषित नहीं किया गया. साथ ही किसी को भी इनामी राशि और मैच फीस नहीं देने का फैसला भी लिया गया.
कैम्पबेल को मिली सजा, दूसरे कप्तान का क्या?
जॉन कैम्पबेल को शुक्रवार, 6 दिसंबर को सजा सुनाई गई। उन्हें विडिंज बोर्ड के कोड ऑफ कंडक्ट का उल्लंघन करने के कारण बैन किया गया है। ये बैन सुपर 50 टूर्नामेंट के अगले सीजन में लागू होगा। वेस्टइंडीज के लिए 20 टेस्ट खेल चुके 31 साल के कैम्पबेल ने अपनी गलती को स्वीकार करते हुए माफी मांग ली है। वहीं इस मामले में दोषी बारबाडोस के कप्तान रेमन रीफर ने अभी तक कोई जवाब नहीं दिया है। जिसके चलते विंडीज बोर्ड ने अभी तक उनकी सजा का ऐलान नहीं किया है।