बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (BGT) के लिए मोहम्मद शमी के जल्द ही ऑस्ट्रेलिया जाने की संभावना नहीं है। शमी ने अभी तक टेस्ट मैच फिटनेस नहीं हासिल की है। वह पिछले साल वनडे वर्ल्ड कप फाइनल के बाद से भारतीय टीम से बाहर हैं। शमी की फरवरी में एंकल सर्जरी हुई थी। इसके बाद नेशनल क्रिकेट एकेडमी (NCA) में उनका लंबे समय तक रिहैब चला। नवंबर में उन्होंने मध्य प्रदेश के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मैच से मैदान पर वापसी की। शमी ने इस मुकाबले में 7 विकेट लेकर बंगाल को जीत दिलाई थी।
ऑस्ट्रेलिया जाने में होगी देरी
मोहम्मद शमी की इस धमाकेदार वापसी के बाद ये कयास लगाए जा रहे थे कि वह जल्द ही ऑस्ट्रेलिया ऑस्ट्रेलिया के लिए उड़ान भर सकते हैं, लेकिन उन्हें सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के दौरान फुल फिटनेस हासिल करने के लिए कहा गया। शमी के प्रोग्रेस पर नजर रखने के लिए एक टीम राजकोट भेजी गई, क्योंकि यहीं पर बंगाल के सारे ग्रुप मुकाबले होने थे। शमी की निगरानी के लिए भेजे गए लोंगों में नेशनल सेलेक्टर शिव सुंदर दास, बीसीसीआई के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्पोर्ट्स साइंस विंग के चीफ नितिन पटेल और स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग ट्रेनर निशांत बारदुले शामिल थे।
क्रिकबज की रिपोर्ट के मुताबिक सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्पोर्ट्स साइंस विंग ने शमी की फिटनेस क्लीयरेंस रिपोर्ट बीसीसीआई को नहीं सौंपी है। ऐसे में बोर्ड ये तय नहीं कर पा रहा है कि उन्हें कब ऑस्ट्रेलिया भेजा जाए। शमी गेंदबाजी तो कर रहे हैं, लेकिन उनकी फिटनेस अभी भी जांच के घेरे में है। उनकी गेंदबाजी से ज्यादा ये देखा जा रहा है कि क्या वह टेस्ट मैच के वर्कलोड को झेल पाएंगे।
रिपोर्ट की मानें तो मोहम्मद शमी बॉक्सिंग-डे टेस्ट या सिडनी में हाने वाले सीरीज के आखिरी मैच के लिए उपलब्ध हो सकते हैं। हालांकि इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि उन्हें ऑस्ट्रेलिया भेजा ही नहीं जाए।