प्रो कबड्डी लीग (PKL) के 11वें सीजन में प्लेऑफ की रेस से बाहर होने के बाद तमिल थलाइवाज और बंगाल वॉरियर्स के लिए अब सम्मान की लड़ाई बची है। बुधवार, 18 दिसंबर को दोनों के बीच हुई जंग में तमिल थलाइवाज की टीम भारी पड़ी। पुणे के बालेवाड़ी स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में खेले गए मुकाबले में थलाइवाज ने बंगाल वॉरियर्स को 60-29 के बड़े अंतर से हराया।
थलाइवाज को 20 मैच में सातवीं जीत मिली जबकि बंगाल को इतने ही मैचों में 12वीं हार का सामना करना पड़ा। थलाइवाज की जीत में मोइन शफागी (13), हिमांशु (13), साई प्रसाद (6) और डिफेंडर नितेश (7) ने चमक दिखाई। वहीं फजल अत्राचली के बगैर उतरी बंगाल के लिए मंजीत चौधरी ने सबसे अधिक 7 अंक लिए। बंगाल की टीम चार बार ऑलआउट हुई।
बंगाल वॉरियर्स 4 बार हुई ऑलआउट
शुरुआती 10 मिनट में थलाइवाज ने एक बार ऑलआउट लेते हुए 16-6 की लीड ले ली थी। साई प्रसाद ने चार अंक की रेड के साथ बंगाल को बैकफुट पर धकेला। बंगाल को ऑलआउट करने में डिफेंस का अहम योगदान रहा क्योंकि उसने मनिंदर जैसे स्टार रेडर को इस दौरान खाता नहीं खोलने दिया।
ऑलइन के बाद शफागी ने सुपर रेड के साथ बंगाल को फिर तगड़ा झटका दिया। लीड 19-6 की हो गई थी। इस बीच मनिंदर ने खाता खोला और इस सीजन में 100 रेड प्वाइंट्स पूरे किए। इसके बाद थलाइवाज ने 22-9 की लीड पर बंगाल के लिए सुपर टैकल ऑन कर दिया था।
बंगाल ने हालांकि लगातार तीन अंक लेकर ऑलआउट टाल दिया लेकिन 10 अंक का फासला अभी भी बना हुआ था। थलाइवाज ने इसके बाद भी अपनी पकड़ बनाए रखी और 25-13 के स्कोर पर पाला बदला। हाफटाइम के बाद थलाइवाज ने फिर से बंगाल को सुपर टैकल सिचुएशन में डाला और फिर शफागी की बदौलत ऑलआउट लेकर 30-14 की लीड ले ली।
हाफटाइम के बाद भी नहीं रुकी तमिल थलाइवाज की रफ्तार
ऑलइन के बाद भी शफागी ने मल्टी प्वाइंटर के साथ बंगाल की वापसी के सारे दरवाजे बंद कर दिए। वह सुपर-10 पूरा कर चुके थे और फासला 20 अंक का हो गया था। साथ ही बंगाल के लिए सुपर टैकल भी ऑन था। इसके बाद बस्तामी और शफागी ने ऑलआउट की ओर धकेला लेकिन मंजीत ने मल्टी प्वाइंटर के साथ एक रिवाइवल ले लिया।
इसके बाद नितेश ने शफागी को सुपर टैकल कर 30 मिनट की समाप्ति तक स्कोर 19-37 कर दिया। ब्रेक के बाद हालांकि हिमांशु ने नितेश और सिद्धेश को आउट कर थलाइवाज के लिए तीसरा ऑलआउट लिया। अब थलाइवाज 42-19 से आगे थी। इसी बीच नितेश ने सातवां हाई-5 पूरा किया। 20 असफल टैकल्स ने बंगाल का यह हाल किया।
थलाइवाज का कहर आगे भी जारी रहा और मैच के अंतिम मिनटों में उसने बंगाल को फिर से ऑलआउट की कगार पर ला दिया। इस बीच हिमांशु ने सुपर-10 पूरा किया। फिर थलाइवाज ने चौथे ऑलआउट के साथ स्कोर 56-23 कर दिया। अब सिर्फ औपचारिकता बची थी क्योंकि यहा से बंगाल की वापसी असंभव थी।