भारतीय ग्रैंडमास्टर आर वैशाली ने समरकंद में चल रहे FIDE महिला ग्रैंड स्विस चेस टूर्नामेंट का खिताब जीत लिया है। उन्होंने पिछले साल भी इस टूर्नामेंट का खिताब अपने नाम किया था। वैशाली ने सोमवार (15 सितंबर) को 11वें और अंतिम राउंड में चीन की टैन झोंगई के खिलाफ अपना मुकाबला ड्रॉ कराया, जिससे उनके 8 पॉइंट्स हो गए। रुस की कैटरीना लागनो के पास भी 8 पॉइंट्स थे लेकिन बेहतर ट्राईब्रेक स्कोर के आधार पर वैशाली चैंपियन बन गईं।
ग्रैंड स्विस टूर्नामेंट जीतते ही वैशाली ने FIDE महिला कैंडिडेट्स टूर्नामेंट 2026 के लिए क्वालिफाई कर लिया है। कैंडिडेट्स टूर्नामेंट का टिकट हासिल करने वाली वह तीसरी भारतीय हैं। उनसे पहले दिव्या देशमुख और कोनेरू हम्पी ने इस टूर्नामेंट के लिए क्वालिफाई किया था। दिव्या और कोनेरू ने जून में जॉर्जिया में हुए FIDE महिला वर्ल्ड कप के फाइनल में जगह बनाकर कैंडिडेट्स टूर्नामेंट का टिकट कटाया। फाइनल में दिव्या ने कोनेरू को मात देकर वर्ल्ड कप टाइटल अपने नाम किया है। वह वर्ल्ड कप जीतने वाली सबसे युवा महिला चेस खिलाड़ी हैं।
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'वैशाली ने देश को गौरवान्वित किया'
आर वैशाली के ग्रैंड स्विस टाइटल जीतने पर ऑल इंडिया चेस फेडरेशन (AICF) के अध्यक्ष नितिन नारंग ने कहा कि उन्होंने देश को गौरवान्वित किया है। नितिन नारंग ने ट्वीट कर लिखा, 'आर वैशाली ने समरकंद में महिला ग्रैंड स्विस खिताब को लगातार दूसरी बार जीतने के साथ महिला कैंडिडेट्स 2026 में अपनी जगह पक्की करने के लिए बेहतरीन दृढ़ता दिखाई। भारत को गौरवान्वित करने के लिए धन्यवाद!!'
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क्या है कैंडिडेट्स टूर्नामेंट?
ग्रैंड स्विस टूर्नामेंट में टॉप-2 में रहने वाली खिलाड़ियों को महिला कैंडिडेट्स टूर्नामेंट में जगह मिली। यानी वैशाली के साथ कैटरीना लागनो ने भी कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए क्वालिफाई किया। कैंडिडेट्स टूर्नामेंट अगले साल खेला जाएगा, जहां से मौजूदा वर्ल्ड चैंपियन जू वेनजुन की चैलेंजर का फैसला होगा।