रणजी ट्रॉफी का मौजूदा सीजन अब अपने अंतिम पड़ाव की ओर बढ़ रहा है। 30 जनवरी से ग्रुप स्टेज का आखिरी राउंड शुरू होने वाला है। हालांकि अभी तक मुंबई और कर्नाटक जैसी मजबूत टीमें क्वार्टर फाइनल के लिए क्वालिफाई नहीं कर पाई हैं। विदर्भ इकलौती टीम है जिसने अंतिम-8 में जगह बनाई है।
25 जनवरी को रणजी ट्रॉफी के छठे राउंड के मुकाबले में मुंबई को हार का सामना करना पड़ा था। जम्मू कश्मीर ने उसे 5 विकेट से करारी शिकस्त दी थी। इस हार के बाद मुंबई के क्वार्टर फाइनल की उम्मीदों को करारा झटका लगा था। दूसरी ओर कर्नाटक ने पंजाब के खिलाफ जीत के साथ बोनस प्वाइंट भी हासिल किया था लेकिन नॉकआउट में अभी उसकी जगह पक्की नहीं है। आइए जानते हैं रणजी ट्रॉफी इतिहास की ये दो सबसे सफल टीमें क्वार्टरफाइनल में कैसे जगह बनाएगी।
मुंबई को पड़ सकती है जीत के साथ बोनस पॉइंट की जरूरत
मुंबई की टीम ग्रुप-ए में है। उसके पास 22 पॉइंट्स हैं। ग्रुप-ए से मुंबई के अलावा जम्मू-कश्मीर (29 पॉइंट्स) और बड़ौदा (24 पॉइंट्स) की टीमें क्वार्टर फाइनल की रेस में हैं। आखिरी राउंड में जम्मू-कश्मीर और बड़ौदा की टक्कर होने वाली है। जम्मू-कश्मीर की टीम अगले राउंड में पहुंचने से एक पॉइंट दूर है। वहीं बड़ौदा को हर हाल में जीत चाहिए। अगर बड़ौदा की टीम जम्मू-कश्मीर को हरा देती है, तो मुंबई की मुश्किलें बढ़ जाएंगी। इस स्थिति में मुंबई को जम्मू-कश्मीर से आगे निकलने के लिए जीत के साथ बोनस पॉइंट की जरूरत पड़ेगी। मुबई का अगला मैच मेघालय से है।
कर्नाटक की उम्मीदें कम
8 बार की रणजी चैंपियन कर्नाटक की टीम ग्रुप-सी में है। इस ग्रुप में हरियाणा 26 पॉइंट्स के साथ पहले नंबर पर है। इसके बाद केरल (21 पॉइंट्स) दूसरे और कर्नाटक 19 पॉइंट्स के साथ तीसरे नंबर पर है। कर्नाटक का अगला मैच हरियाणा से है तो वहीं केरल की टीम बिहार से भिड़ेगी। हरियाणा के खिलाफ जीत के बावजूद कर्नाटक का क्वार्टर फाइनल में पहुंचना तय नहीं है। क्योंकि बिहार को हराकर केरल की टीम उससे आगे निकल जाएगी। कर्नाटक की टीम दुआ करेगी कि बिहार के खिलाफ केरल 3 पॉइंट से ज्यादा हासिल नहीं कर पाए।