भारत ने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में धांसू शुरुआत की थी। जसप्रीत बुमराह की कप्तानी में टीम इंडिया ने पर्थ में खेले गए पहले टेस्ट में 295 रन से बड़ी जीत दर्ज की। रेगुलर कप्तान रोहित शर्मा पैटरनिटी लीव पर होने के चलते यह मैच नहीं खेले थे। रोहित एडिलेड में खेले गए पिंक बॉल टेस्ट से पहले टीम से जुड़े। भारत को पिंक बॉल टेस्ट में 10 विकेट से करारी हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद गाबा में जारी तीसरे टेस्ट में भी भारतीय टीम पर हार का खतरा मंडरा रहा है। गाबा टेस्ट में टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला टीम इंडिया को भारी पड़ता दिख रहा है। पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने पर ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में बड़ा स्कोर खड़ा कर लिया। इस बीच पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर बासित अली ने दावा किया है कि रोहित शर्मा और हेड कोच गौतम गंभीर के बीच सब कुछ ठीक नहीं है।
रोहित-गंभीर के बीच हुई अनबन?
बासित अली का मानना है कि टीम में हो रहे लगातार बदलाव का एक कारण रोहित और गंभीर का सेम पर नहीं होना है। उन्होंने अपने यूट्यूब चैन पर कहा, 'रोहित शर्मा और गौतम गंभीर एक पेज पर नहीं हैं। चाहे वह श्रीलंका में वनडे टूर्नामेंट हो, बांग्लादेश के खिलाफ कमजोर सीरीज हो या उसके बाद न्यूजीलैंड सीरीज। वे (रोहित और गंभीर) एक पेज पर नहीं हैं। राहुल द्रविड़ और रोहित एक पेज पर थे।'
जसप्रीत बुमराह को साथ चाहिए होगा
बासित ने आगे कहा, 'मैं इसे बहुत आसानी से समझा सकता हूं। तीनों टेस्ट मैचों में एक अलग स्पिनर खेला है। दो टेस्ट मैचों में उन्होंने टॉस जीतकर बल्लेबाजी की लेकिन यहां उन्होंने गेंदबाजी करने का फैसला किया। ऑस्ट्रेलियाई बैटिंग में तीन बाएं हाथ के खिलाड़ी हैं... तो सुंदर और अश्विन क्यों नहीं? जो कोई भी क्रिकेट को समझता है वह निश्चित रूप से इसके बारे में बात करेगा।'
पहले दो टेस्ट में भारतीय टीम ऑफ स्पिनर के साथ उतरी थी। पर्थ में वॉशिंगटन सुंदर खेले थे जबकि एडिलेड में आर अश्विन को मौका दिया गया था। गाबा टेस्ट के लिए रवींद्र जडेजा को प्लेइंग-XI शामिल किया गया है।
बासित अली ने गाबा में पहले गेंदबाजी करने के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा, 'क्या पहले गेंदबाजी करने का फैसला सही था? मुझे लगता है कि ऐसा नहीं था। भारतीय टीम सिर्फ बुमराह पर निर्भर है। बाकी गेंदबाज वैसा प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं जैसा उन्हें करना चाहिए। अगर मैं कहूं कि यह बुमराह बनाम ऑस्ट्रेलिया है तो यह सही होगा। इसी तरह ट्रेविस हेड बनाम भारत है... न तो रोहित, न ही मोर्ने मोर्कल और गौतम गंभीर इस समस्या को हल करने में सक्षम हैं।'