ऋतुराज गायकवाड़ को साउथ अफ्रीका के खिलाफ 3 मैचों की वनडे सीरीज के लिए जब भारतीय टीम में चुना गया, तब बड़ा सवाल यही था कि वह खेलेंगे कहां? ऐसा इसलिए, क्योंकि कप्तान शुभमन गिल की गौरमौजूदगी में रोहित शर्मा के साथ ओपनिंग करने के लिए यशस्वी जायसवाल पहली पसंद के रूप में देखे जा रहे थे। ऐसे में लगा कि ऋतुराज एक बार फिर अपनी बारी का इंतजार करते ही रह जाएंगे लेकिन टीम मैनेजमेंट ने उन्हें मिडिल ऑर्डर में उतारकर बड़ा दांव खेला।
ऋतुराज अपने लिस्ट-ए करियर में कभी भी नंबर-3 से नीचे नहीं उतरे थे। वह रांची में खेले गए पहले वनडे में सस्ते में आउट हो गए, जिसके बाद यह बात जोर पकड़ने लगी कि एक ओपनर को चौथे नंबर पर भेजने की क्या जरूरत है? ऋतुराज की जगह तिलक वर्मा या ऋषभ पंत को मिडिल ऑर्डर में मौका मिलना चाहिए। हालांकि भारतीय टीम मैनेजमेंट ने ऋतुराज को रायपुर में भी मौका दिया और इस 28 साल के क्लासिकल बल्लेबाज ने बताया कि वह अपनी बारी का कितना बेसब्री से इंतजार कर रहा है।
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कोहली से पहले ठोक दी सेंचुरी
ऋतुराज पावरप्ले के आखिरी ओवर में क्रीज पर उतरे। इस समय विराट कोहली 12 गेंद में 13 रन बनाकर खेल रहे थे। मार्को यानसन ने ऋतुराज का स्वागत एक तीखे बाउंसर से किया, जो उनके ग्लव्स पर लगकर स्लिप के ऊपर से चौके के लिए चली गई। ऋतुराज संभले और इसके बाद कई दर्शनीय शॉट लगाए। उन्होंने 52 गेंद में अपना दूसरा ODI अर्धशतक पूरा किया।
ऋतुराज ने फिफ्टी के बाद गियर बदला और 77 गेंद में सनसनीखेज शतक जड़ दिया। कोहली से बाद में बैटिंग करने आए ऋतुराज ने इस 'मॉडर्न-डे ग्रेट' से पहले तिहरे अंक को छू लिया। उन्होंने 50 से 100 रन का सफर महज 25 गेंद में पूरा किया। यह उनके वनडे इंटरनेशनल करियर का पहला शतक रहा। ऋतुराज 83 गेंद में 12 चौके और 2 छक्कों की मदद से 105 रन की लाजवाब पारी खेलकर आउट हुए। इससे पहले कोहली की तरह अपनी बल्लेबाजी शैली से उन्होंने फैंस को रोमांचित कर दिया।
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तीसरे वनडे में नहीं मिली बैटिंग
रायपुर में ऋतुराज के अलावा कोहली ने भी शतकीय पारी खेली, जिससे भारत ने 358 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। हालांकि टीम इंडिया इस टोटल को डिफेंड नहीं कर पाई और उसे 4 विकेट से करारी शिकस्त मिली। 6 दिसंबर को विशाखपट्टनम में खेले गए निर्णायक मुकाबले में भारतीय टीम ने 271 रन का टारगेट 39.5 ओवर में 1 विकेट खोकर हासिल कर लिया और सीरीज 2-1 से अपने नाम कर ली। इस मुकाबले में ऋतुराज की बैटिंग की बारी ही नहीं आई और अब उन्हें अपनी पिछली वनडे पारी में शतक जड़ने के बावजूद बाहर बैठना पड़ सकता है।
ऋतुराज क्यों होंगे टीम से बाहर?
शुभमन और श्रेयस अय्यर की चोट ने ऋतुराज के लिए टीम इंडिया के दरवाजे खोले थे। भारतीय टीम अगली वनडे सीरीज न्यूजीलैंड के खिलाफ 11 जनवरी से खेलने वाली है। शुभमन फिट हो चुके हैं, वहीं श्रेयस के भी न्यूजीलैंड सीरीज तक चोट से उबर जाने की संभावना है। ऐसे में ऋतुराज को प्लेइंग-XI से अपनी जगह गंवानी पड़ सकती है। हालांकि टीम मैनेजमेंट के लिए यह कठिन फैसला होगा, क्योंकि ऋतुराज लिस्ट-ए क्रिकेट (50 ओवर फॉर्मेट) में सालों से रनों का अंबार लगाते आ रहे हैं। उनका लिस्ट-ए रिकॉर्ड कोहली जैसे दिग्गज खिलाड़ी जैसा है।
ऋतुराज ने लिस्ट-ए में अब तक 92 मैच खेले हैं, जिसकी 88 पारियों में उन्होंने 57.37 के बेजोड़ औसत और 101.19 के प्रभावशाली स्ट्राइक रेट से 4647 रन बनाए हैं। इस दौरान उनके बल्ले से 18 शतक निकले हैं, जिसमें एक दोहरा शतक भी शामिल ही। लिस्ट-ए में बैटिंग औसत के मामले में वह कोहली के बराबर खड़े हैं।
लिस्ट-ए क्रिकेट में सबसे बेहतरीन औसत
| बल्लेबाज |
औसत |
रन |
| माइकल बेवन |
57.86 |
15103 |
| सैम हैन |
57.76 |
3004 |
| ऋतुराज गायकवाड़ |
57.37 |
4647 |
| विराट कोहली |
57.34 |
15999 |
| चेतेश्वर पुजारा - रन |
57.01 |
5759 |
ऋतुराज को नंबर-5 पर किया जाएगा फिट?
भारतीय टीम की वनडे फॉर्मेट में नंबर-4 तक बैटिंग ऑर्डर तय है। शुभमन और रोहित पारी की शुरुआत करेंगे। इसके बाद कोहली और फिर चौथे नंबर पर श्रेयस आएंगे। अब बचती नंबर-5 की पोजिशन, जहां ऋतुराज को फिट किया जा सकता है।
केएल राहुल और हार्दिक पंड्या फिनिशर की भूमिका निभाएंगे। हालांकि ऋतुराज को पांचवें नंबर पर रखने की उम्मीद कम ही है, क्योंकि टीम इंडिया यहां लगातार प्रयोग कर रही है। कभी राहुल तो, कभी किसी ऑलराउंडर को प्रमोट कर इस नंबर पर बल्लेबाजी के लिए भेजा जाता है। हेड कोच गौतम गंभीर लोअर मिडिल ऑर्डर में ज्यादा से ज्यादा हरफनमौला खिलाड़ियों को रखने के लिए जाने जाते हैं। ऐसे में देखा जाए तो ऋतुराज इतना बेहतरीन रिकॉर्ड होने के बाद भी बेंच पर रह सकते हैं।