विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन पिछले कई सालों से अपने घरेलू और आईपीएल प्रदर्शन को इंटरनेशनल लेवल पर नहीं दोहरा पा रहे थे। इस कारण वह लगातार भारतीय टीम से अंदर-बाहर होते रहे। 2015 में इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू करने वाले संजू को टीम इंडिया की ओर से अगला मैच खेलने के लिए 5 साल का लंबा इंतजार करना पड़ा। वापसी के बाद भी वह टीम में अपनी जगह पक्की नहीं कर पाए। वह मौकों को भुना नहीं पा रहे थे। कई बार अच्छे प्रदर्शन के बावजूद उन्हें टीम से ड्रॉप कर दिया गया। इससे उनके आत्मविश्वास पर भी असर पड़ा। हालांकि गौतम गंभीर के हेड कोच बनने के बाद संजू ने एक अलग अवतार दिखाया है। वह पिछली 5 टी20 इंटनरेशनल पारियों में 3 सेंचुरी जड़ चुके हैं।
गंभीर के साथ बातचीत के बाद कॉन्फिडेंस मिला
30 साल के संजू ने इंटरनेशनल सर्किट में अपनी सफलता का श्रेय गौतम गंभीर को दिया है। उन्होंने ने कहा है कि ड्रेसिंग रूम में गंभीर की बात से उन्हें कॉन्फिडेंस मिला। संजू सैमसन ने साउथ अफ्रीका के दिग्गज क्रिकेटर एबी डिविलियर्स के यूट्यूब चैनल पर इंटरव्यू में कहा, 'जब वह (गौतम गंभीर) भारतीय टीम में आए तो ड्रेसिंग रूम में मुझसे कहा कि संजू मुझे पता है कि तुम्हारे पास क्या है। तुम्हारे पास कुछ खास है। मैं किसी भी हालत में तुम्हें सपोर्ट करूंगा।'
संजू ने आगे कहा, 'उन्होंने मुझसे कहा कि मैं मैदान पर जाकर हर पारी में खुलकर खेलूं। कोच के साथ इस तरह के कम्युनिकेशन ने मुझे क्लियरिटी और कॉन्फिडेंस दिया।'
असफलता मिलने के बाद दबाव में थे संजू
पहले कुछ मैचों में फेल होने के बाद संजू ने कहा कि वह दबाव महसूस करने लगे थे, लेकिन कोच के भरोसे पर उतरने के लिए बेकरार थे। उन्होंने कहा, 'कुछ मैचों में आउट होने के बाद आप दबाव महसूस करने लगते हैं क्योंकि किसी शख्स के सपोर्ट के बावजूद आप उम्मीदों के मुताबिक अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते। मैंने खुद से कहा कि संजू तुम्हें कुछ करके दिखाना होगा और कोच ने जो भरोसा जताया, उस पर खरा उतरना ही होगा। ईश्वर की कृपा से कुछ स्पेशल किया। मैं रन बनाना जारी रखना चाहता हूं और अपने देश के लिए मैच जीतना चाहता हूं।'
संजू सैमसन और गौतम गंभीर लंबे समय से एक-दूसरे को जानते हैं। संजू की पहली आईपीएल टीम राजस्थान रॉयल्स नहीं कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) थी। जब वह केकेआर में थे तब टीम के कप्तान गंभीर थे। संजू ने कहा, 'गौतम गंभीर के साथ मेरा रिश्ता छोटी उम्र से ही अच्छा था। मेरी पहली आईपीएल टीम केकेआर थी। जब मैं 14 साल का था तो उन्होंने मुझे अपनी बी टीम में चुना। 17 साल की उम्र में मैं केकेआर की मेन टीम में शामिल हो गया। तब केकेआर ने गौतम गंभीर की कप्तानी में खिताब जीता था।'