• PARIS 31 Aug 2025, (अपडेटेड 31 Aug 2025, 11:25 AM IST)
BWF बैडमिंटन वर्ल्ड चैंपियशिनप 2025 के मेंस डबल्स सेमीफाइनल में सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की भारतीय जोड़ी हार गई है। उन्हें ब्रॉन्ज मेडल से संतोष करना पड़ा। सात्विक-चिराग तीन साल पहले भी ब्रॉन्ज के साथ लौटे थे।
सेमीफाइनल के दौरान सात्विक और चिराग। (Photo Credit: PTI)
पेरिस में चल रही BWFबैडमिंटनवर्ल्डचैंपियनशिप में सात्विकसाईराजरंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी का सफर थम गया है। भारतीय जोड़ी मेंसडबल्स के सेमीफाइनल में चीन के चेन बो यांग और लियूयी से हार गई है। इस हार के साथ ही सात्विक-चिराग को ब्रॉन्जमेडल से ही संतोष करना पड़ेगा। बैडमिंटनवर्ल्डचैंपियनशिप में भारतीय जोड़ी का यह दूसरा मेडल है। उन्होंने 2022 में टोक्यो में भी ब्रॉन्ज अपने नाम किया था।
सात्विक-चिराग ने शुक्रवार (29 अगस्त) को सेमीफाइनल में जगह बनाकर मेडल पक्का कर लिया था। उनके पास वर्ल्डचैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय मेंस जोड़ी का बनने का मौका था लेकिन शनिवार (30 अगस्त) की शाम 1 घंटे 7 मिनट तक चले मैराथन मुकाबले में 19-21, 21-18, 12-21 से हार के साथ उनका यह सपना चकनाचूर हो गया।
सात्विक-चिराग की हार के साथ ही BWFबैडमिंटनवर्ल्डचैंपियशिनप 2025 में भारत की चुनौती समाप्त हो गई है। एशियनगेम्स चैंपियन सात्विक-चिराग भले ही सेमीफाइनल से आगे नहीं बढ़ पाए लेकिन उनके ब्रॉन्जमेडल ने भारत को पेरिस से खाली हाथ नहीं लौटने दिया। सात्विक-चिराग की बदौलत 2011 से हर BWF वर्ल्डचैंपियनशिप में कम से कम एक मेडल जीतने का भारत का सिलसिला बरकार रहा।
सात्विक और चिराग ने पहले गेम में आक्रामक रवैया अपनाया और जल्द ही 9-3 की बढ़त बना ली लेकिन चेन और लियू ने इसके बाद शानदार वापसी की और भारतीय जोड़ी को पीछे छोड़ दिया। इसके बाद चिराग तीसरे गेम पॉइंट पर चूक गए और चीन की टीम पहला गेम जीतने में सफल रही।
दूसरे गेम में भी भारतीय जोड़ी ने अच्छी शुरुआत की और 5-1 की बढ़त बना ली। सात्विक के स्मैश और चिराग के नेट पर आक्रामक खेल से भारतीय टीम को बढ़त हासिल करने में मदद मिली। मगर इसके बाद चिराग ने नेट पर बार-बार गलतियां की और सात्विक की सर्विस भी अच्छी नहीं रही, जिससे चीन की जोड़ी ने स्कोर 16-16 से बराबर कर दिया।
सात्विक के जबरदस्त स्मैश और भाग्यशाली नेटकॉर्ड की बदौलत उन्होंने 21-18 से जीत हासिल की और मैच को डिसाइडर में पहुंचा दिया। तीसरा गेम हालांकि एकतरफा रहा। लियू की सर्विस ने चिराग को बार-बार परेशान किया और चीनी जोड़ी ने 9-0 की बढ़त बना ली। भारतीय जोड़ी इंटरवल के समय 3-11 से पीछे थी और इसके बाद वह वापसी करने में नाकाम रही।