मोहम्मद शमी, मैच खेलें या न खेलें, उनकी गेंदबाजी अच्छी हो या बुरी, वे हमेशा सुर्खियों में ही रहते हैं। इस बार क्रिकेट की वजह से सुर्खियों में आए हैं। करीब 1 साल तक पिच से दूर रहने के बाद जब उन्होंने वापसी की तो टीम इंडिया के प्रशंसक गदगद हो गए। रणजी ट्रॉफी के एक मैच में शमी ने कमाल का प्रदर्शन दिखाया है। वे बंगाल की तरफ खेल रहे हैं। उन्होंने पहले दिन बुधवार को करीब 10 ओवर फेंके लेकिन कोई सफलता नहीं मिली।
जब गुरुवार को 9वें ओवर में उन्होंने मध्य प्रदेश टीम के 4 विकेट हासिल किए तो लोग तालियां बजाते रह गए। शमी एक बार फिर बेहतरीन फॉर्म में आ गए हैं। पेसर शमी की गेंदबाजी से हर किसी को डर लगता है। जब वे दबाव में होते हैं तो उनकी गेंदबाजी और निखरकर सामने आती है।
शमी ने दिखाई शानदार कलाकारी
मोहम्मद शमी की इस धाकड़ पारी को देखकर सलेक्टर भी यह तय नहीं कर पा रहे होंगे कि उन्हें क्यों न लें। वे ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए पूरी तरह से फिट हैं। मध्य प्रदेश की टीम पहले दिन स्कोर 106/1 से लीड लेकर खेल रही थी, शमी ने ऐसी गेंदबाजी की कि पहली बारी में यह टीम 167 रन पर ही सिमट गई।
चटकाते गए विरोधियों के विकेट
शमी ने कैप्टन शुभम शर्मा को 8 गेंद पर आउट किया, सरांश जैन को 7 पर, खेजरोलिया को जीरो रन देकर बोल्ड किया और कुमार कार्तिकेय को 9 रन देकर कैच करा दिया। शमी ने 3 खिलाड़ियों को बोल्ड कर दिया और एक ही ओवर में कार्तिकेय खेजरोलिया को पवेलियन भेज दिया। उन्होंने साबित कर दिया कि वे अब ऑस्ट्रेलिया के धुरंधरों को भी पवेलियन भेजने के लिए पूरी तरह से फिट हो चुके हैं।
शमी की राह में बाधा क्या है?
मोहम्मद शमी को सलेक्टर्स को यह दिखाना होगा कि वे दूसरी पारी में भी बेहतरीन ही खेल रहे हैं। यह मैच 16 नवंबर को खत्म हो रहा है। 22 नवंबर को पर्थ में शुरू होने वाले इस मैच के लिए अगर शमी चुने जाते हैं तो यह उनके प्रशंसकों के लिए खुशखबरी है। अब मेडिकल टीम भी ये देखेगी कि उनका शरीर किस हालत में है। मोहम्मद शमी ने वनडे वर्ल्ड कप फाइनल मैच के बाद कोई भी मैच नहीं खेला है। उन्होंने अपने टखने की सर्जरी कराई थी। जब वे न्यूजीलैंड के खिलाफ 3 टेस्ट मैचों की सिरीज के लिए खेलने वाले थे, तभी उनके घुटने में सूजन आ गई थी, वे इसी वजह से बाहर थे।