आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद पंजाब में सक्रिय हो गए हैं। वह लगातार पंजाब में पार्टी और विपक्षी नेताओं से मुलाकातें कर रहे हैं। एक तरह से देखा जाए तो केजरीवाल दिल्ली हाथ से निकलने के बाद पंजाब का गढ़ बचाने के लिए जी तोड़ मेहनत करने लगे हैं।
16 मार्च को पंजाब में आप सरकार के तीन साल पूरे हो रहे हैं, इस बीच सरकार को लेकर कई तरह की आशंकाएं हवा में तैर रही हैं। आशंकाओं के बीच केजरीवाल ने दिल्ली से दूरी बनाकर पंजाब में सक्रियता बढ़ा दी है। वह रविवार को अमृतसर में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ एक कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने सरकार और पंजाब के मुख्यमंत्री के बदलने की चल रही सभी अटकलों से पर्दा हटा दिया।
गरीबों की सेवा करनी है- केजरीवाल
आप के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल ने कहा, 'आज भगवंत मान ने पंजाब के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी और आज हम गुरु जी महाराज के दरबार में आशीर्वाद लेने के लिए आए हैं। तीन सालों में उन्होंने हमें रास्ता दिखाया। हमें गरीबों की सेवा करनी है, लोगों को न्याया दिलाना है।'
'अगले 5 साल भी वही सीएम रहेंगे मान'
केजरीवाल ने आगे कहा, 'आज पंजाब की सबसे बड़ी समस्या नशा और भ्रष्टाचार है। हम नशा और भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग छेड़ेंगे। यह न्याय की लड़ाई है। भगवंत मान मुख्यमंत्री के तौर पर अपने 5 साल पूरे करेंगे और उसके अगले 5 साल भी वही सीएम रहेंगे।'
अरविंद केजरीवाल ने अमृतसर में अपनी पत्नी सुनीता केजरीवाल और मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ में हरमंदिर साहिब जी में मत्था टेका। बता दें कि केजरीवाल 10 दिन की विपश्यना साधना के बाद परिवार सहित अमृतसर पहुंचे।