बरेली प्रशासन ने पिछले शुक्रवार को जुमे की नमाज (26 सितंबर) के बाद हुई हिंसा के मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपियों के परिसरों पर कार्रवाई शुरू कर दी है। मंगलवार को बरेली विकास प्राधिकरण और जिला प्रशासन की टीम ने मौलाना मोहसिन रजा की संपत्तियों पर बुलडोजर कार्रवाई की। मोहसिन रजा को इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के प्रमुख तौकीर रजा खान के घर के बाहर 'आई लव मोहम्मद' के पोस्टर लेकर जमा हुए लोगों के एक समूह द्वारा किए गए विरोध-प्रदर्शन के सिलसिले में उन्हें गिरफ्तार किया गया था।
इस बीच बरेली प्रशासन ने मौलाना तौकीर रजा खान के सहयोगियों से जुड़ी आठ अवैध संपत्तियों की पहचान कर ली है। प्रशासन ने फाइक एन्क्लेव, जगतपुर और पुराने शहर के इलाकों में एक संयुक्त अभियान चलाया। चिह्नित की गई इमारतों के बारे में आरोप है कि वे बगैर नक्शा पास कराए ही बनवाई गई हैं। इनमें से कुछ इमारतें सरकारी और सीलिंग की जमीन पर बनाई गई हैं।
अपराधियों के लिए पनाहगाह
पुलिस ने कहा कि फाइक एन्क्लेव हाल के वर्षों में अपराधियों के लिए एक पनाहगाह के रूप में उभरा है। उन्होंने कहा कि इससे पहले, गैंगस्टर अतीक अहमद के साले सद्दाम से जुड़े एक परिसर को यहां सील किया गया था। उन्होंने बताया कि अब तौकीर के सहयोगी फरहत और मोहम्मद आरिफ के भी इसी तरह की गतिविधियों से जुड़े होने का पता चला है।
अधिकारियों ने क्या कहा?
अधिकारियों ने कहा कि आरिफ और उसके सहयोगियों ने सरकारी जमीन, सड़कों और सीलिंग क्षेत्रों पर अतिक्रमण किया था। उन्होंने बताया कि आरिफ से जुड़े होटल और लॉन स्काईलार्क, फहम लॉन और फ्लोरा गार्डन को अवैध निर्माण बताते हुए पिछले रविवार को सील कर दिया गया।
बरेली प्रधीकरण के उपाध्यक्ष डॉक्टर मणिकंदन ए ने कहा, 'सरकारी और सीलिंग की जमीन पर अवैध निर्माण को छोड़ा नहीं जाएगा। नियमों के अनुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी।'
एसपी सिटी ने क्या कहा?
वहीं, एसपी सिटी मानुष पारीक ने जानकारी देते हुए कहा, 'इस मामले में आज तक कुल 72 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हमें ताजिम नाम के एक व्यक्ति के शामिल होने की जानकारी मिली है। वह एक पशु तस्कर के रूप में जाना जाता है। वह गैंगस्टर एक्ट के तहत जेल जा चुका है। जब पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने की कोशिश की, तो उसने पुलिस पर गोलीबारी की। उसे अब गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके पास से एक देसी हथियार बरामद किया गया है। कुछ लोग शहर के बाहर के थे।'