छत्तीसगढ़ के बिलासपुर से हैरान करने वाली खबर सामने आ रही है। एक प्राइवेट स्कूल के पांच बच्चों ने मिलकर स्कूल में धमाके की योजना बनाई थी। बताया जा रहा है स्कूल के बच्चों को एक टीचर से चिढ़ थी। यह योजना उसी टीचर के लिए बनाई गई थी लेकिन धमाके में एक नौ साल की बच्ची बुरी तरह से घायल हो गई है। आठवीं और नौवीं कक्षा के पांच छात्रों ने एक टीचर से चिढ़कर स्कूल के वॉशरूम में ब्लास्ट करने की योजना बनाई थी। इनमें तीन लड़कियां भी शामिल थीं। पुलिस के मुताबिक, उन्होंने ऑनलाइन सोडियम खरीदा और उसे सिस्टर्न में रख दिया। पानी के संपर्क में आते ही सोडियम फट गया।
बिलासपुर के एसपी राजेश सिंह के मुताबिक, चार आरोपियों को हिरासत में लेकर रिहैब होम भेज दिया गया है। उनकी काउंसलिंग की जाएगी। पांचवीं छात्रा अभी भी हिरासत में नहीं है। वह अपने रिश्तेदार के घर पर है और उसे जल्द ही जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के सामने पेश किया जाएगा। एसपी ने बताया कि जांच के लिए कई स्कूल के अलग-अलग प्रिंसिपल्स की एक टीम बनाई गई है। साथ ही जिला शिक्षा अधिकारी की अगुवाई में एक और जांच टीम बनाई गई है। पुलिस की मानें तो सीसीटीवी फुटेज से इस मामले को सुलझाने में काफी मदद मिली है।
क्या है पीड़िता की स्थिति?
एसपी राजेश सिंह ने बताया कहा, 'यह घटना काफी अजीब है। जांचकर्ता भी इसे देख काफी परेशान हैं। पीड़ित बच्ची के शरीर पर केमिकल से जलने के निशान थे लेकिन कोई छर्रे नहीं मिले। इससे संकेत मिलता है कि यह कोई विस्फोटक उपकरण नहीं था और न ही किसी पेशेवर का काम था। बच्ची को निशाना बनाने का कोई स्पष्ट मकसद भी समझ नहीं आ रहा था।'
आरोपी बच्चों ने स्कूल के वॉशरूम में सोडियम रखा था। जहां यह घटना हुई । पुलिस ने बताया सीसीटीवी फुटेज से इस पहेली को सुलझाने में काफी मदद मिली है। इससे उन छात्रों की पहचान करने में मदद मिली जिन्होंने स्कूल के वॉशरूम में सोडियम रखा था।
स्कूल टीचर से थी नाराजगी
जांच टीम ने बताया कि जिन आरोपी बच्चों के ग्रुप ने यह काम किया उन्हें एक टीचर से काफी नाराजगी थी। उसी टीचर को सबक सिखाने के लिए बच्चों ने यह फैसला किया था। जांच के दौरान पता चला कि आरोपी बच्चों ने पहले एक वीडियो के माध्यम से देखा कि कैसे सोडियम पानी के संपर्क में आने पर विस्फोटक रूप से प्रतिक्रिया करता है। आरोपी छात्राओं में से एक ने अपनी मौसी के अकाउंट से ऑनलाइन सोडियम मंगवाया और बाकी छात्राओं ने उसे सिस्टर्न में रख दिया। यह योजना बनाई गई थी कि जैसे ही मैडम फ्लश करेंगी, वैसे ही विस्फोट हो जाएगा।
कैस घायल हुई बच्ची?
पुलिस के मुताबिक, यह घटना 21 फरवरी की है। 21 फरवरी के दिन बच्ची स्कूल के वॉशरूम में गई और जैसे ही उसने फ्लश चलाया वैसे ही विस्फोट हो गया। धमाके की आवाज सुनते ही बाहर मौजूद स्कूल के स्टाफ ने बचाव की कोशिश की। ऐसे में दरवाजा अंदर से बंद मिला फिर दरवाजा तोड़कर बच्ची को बाहर लाया गया। बच्ची गंभीर रूप से घायल हो गई थी। पीड़िता का शरीर बुरी तरह से जल गई थी। पीड़िता को मौके पर ही अस्पताल ले जाया गया। पुलिस ने बताया कि माता-पिता की स्थिति काफी खराब है। पीड़िता के माता-पिता अब भी सदमे में हैं। माता-पिता ने धमकी देते हुए कहा है, अगर आरोपियों को सजा नही मिली तो वे लोग विरोध प्रर्दशन करेंगे।
पुलिस अधीक्षक का बयान
एसपी सिंह ने कहा कि ऐसे रसायन किसी भी दुकान या प्रयोगशाला में आसानी से उपलब्ध नहीं होते हैं और इनकी बिक्री और खरीद के लिए कुछ दिशानिर्देशों का पालन किया जाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि ऑनलाइन खरीदारी एक बड़ी खामी है जिसे ठीक करने की जरूरत है।