चंडीगढ़ की गौशालाओं में 8 गायों की मौत का मामला चर्चा में बना है। इसके बाद मेयर हरप्रीत कौर बाबला ने गौशालाओं का निरीक्षण भी किया। हरप्रीत कौर जिन-जिन गौशालाओं में गईं, वहां गायों की संख्या कहीं ज्यादा थी। इस कारण गायों की देखभाल और खुराक पूरी नहीं हो पा रही थी। गायों पर चंडीगढ़ नगर निगम भारी-भरकम खर्च करती है। इसके लिए Cow Cess वसूला जाता है। मगर नगर निगम को Cow Cess से कुछ ज्यादा कमाई हो नहीं रही है।
Cow Cess से कितनी कमाई?
नगर निगम के मेडिकल ऑफिसर ने मेयर को बताया कि 2024-25 में Cow Cess से 2.89 करोड़ रुपये की कमाई होने का अनुमान है। इसके उलट गायों की देखभाल पर 12.64 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। 2022-23 में नगर निगम को Cow Cess से 20.25 करोड़ रुपये मिले थे। इसके बाद 2023-24 में 5.78 करोड़ रुपये की कमाई हुई। 2024-25 में कमाई और भी कम होने का अनुमान है।
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गौशालाओं की हालत सुधारने के निर्देश
इस दौरान मेयर ने गौशालाओं में टीन शेड की मरम्मत करवाने और गायों को गर्मी और मक्खियों से बचाने के लिए पंखे लगाने के निर्देश भी दिए। गायों के लिए भरपूर चारे की व्यवस्था के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों से कहा है कि हर दिन गायों को 30 किलो चारा, 5 किलो भूसा और 1 किलो फीड दिया जाएगा। अगर कोई गाय गर्भवती है या हाल ही में मां बनी है तो उसे 5 किलो फीड दिया जाए।
उन्होंने ये भी कहा कि सभी गौशालाओं में ऑटो कट वाले इलेक्ट्रिक पैनल लगवाए जाएं ताकि शॉर्ट सर्किट की सूरत में कोई नुकसान न हो। साथ ही ये कहा कि गौशालओं में सोलर पैनल लगाए जाएं, जिससे बिजली बिल कम आए।
करंट लगने से हुई थी गायों की मौत
2 फरवरी को मलोया की गौशाला में करंट लगने से 8 गायों की मौत हो गई थी। नगर निगम कमिश्नर अमित कुमार ने पूरी घटना की जांच के निर्देश दिए हैं। मेयर हरप्रीत कौर ने कहा कि ये लापरवाही का मामला नहीं है, बल्कि ये हत्या है।