बिहार की सियासत के दो दिग्गज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आरजेडी सुप्रीमों चुनाव के समय एक दूसरे के आमने-सामने आ गए हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को अपने कट्टर प्रतिद्वंद्वी पूर्व सीएम लालू प्रसाद पर परोक्ष रूप से निशाना साधा और उन पर वंशवादी राजनीति करने का आरोप लगाया। साथ ही उन्होंने लालू प्रसाद पर आलोग लगाते हुए कहा कि वह केवल अपने परिवार की परवाह करते हैं। सीएम ने यह टिप्पणी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा बिहार की मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना की शुरुआत के मौके पर की।
मुख्यमंत्री ने कहा, 'राज्य की एनडीए सरकार लगातार बिहार के सर्वांगीण विकास और महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए काम कर रही है। साल 2005 से पहले की सरकार ने महिलाओं के लिए कुछ नहीं किया। सबको मालूम है कि जब उन्हें (लालू प्रसाद) हटाया गया तो उन्होंने अपनी पत्नी (राबड़ी देवी) को मुख्यमंत्री बना दिया। उन्होंने सिर्फ अपने परिवार की परवाह की, जबकि हम सबके लिए, राज्य की जनता के लिए काम करते हैं।'
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सभी क्षेत्रों में जबरदस्त प्रगति
बता दें कि राबड़ी देवी 1997 में मुख्यमंत्री बनी थीं जब उनके पति लालू प्रसाद को चारा घोटाले में सीबीआई द्वारा आरोपपत्र दाखिल किए जाने के बाद पद छोड़ना पड़ा था। बाद में लालू प्रसाद इस मामले में दोषी करार दिए गए। नीतीश कुमार ने दावा किया, 'नवंबर 2005 में राज्य में एनडीए की सरकार बनाने के बाद बिहार ने शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य सभी क्षेत्रों में जबरदस्त प्रगति की है। राज्य में कानून का शासन कायम करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। हमने महिलाओं के सशक्तीकरण पर विशेष ध्यान दिया है।'
10-10 हजार रुपये ट्रांसफर
प्रधानमंत्री ने दिल्ली से वर्चुअल माध्यम से बिहार की मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना का शुभारंभ करते हुए 75 लाख महिलाओं के बैंक खातों में 10-10 हजार रुपये की राशि ट्रांसफर की। 7,500 करोड़ रुपये की इस योजना का मकसद महिलाओं को स्वरोजगार और आजीविका के अवसरों के माध्यम से सशक्त बनाना है।
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इस मौके पर पटना से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी सहित कई केंद्रीय और राज्य मंत्रियों ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए भाग लिया। बड़ी संख्या में महिलाएं भी इस कार्यक्रम से ऑनलाइन जुड़ीं। राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले इस योजना की शुरुआत को राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है।