असम की राजधानी गुवाहाटी में पुलिस ने असम सिविल सेवा (एसीएस) की एक अधिकारी नूपुर बोरा को आय से अधिक संपत्ति रखने के आरोप में गिरफ्तार किया है। मुख्यमंत्री के स्पेशल विजिलेंस सेल के अधिकारियों की एक टीम ने अधिकारी नूपुर बोरा के गुवाहाटी स्थित घर पर छापा मारा और 92 लाख रुपये नकद और लगभग 1 करोड़ रुपये की ज्वेलरी जब्त की है। बरपेटा में उनके किराए के घर पर छापेमारी के दौरान भी 10 लाख रुपये नकद बरामद किए गए।
छापेमारी का नेतृत्व कर रही सीएम विजिलेंस की एसपी रोजी कलिता ने पुष्टि की कि अधिकारी पर भ्रष्टाचार के कई आरोप हैं। उन्होंने कहा कि जब्त किया गया कैश और गहने एक शुरूआती कार्रवाई का हिस्सा थे, और आगे की जांच में और भी चौंकाने वाले खुलासे और सबूत मिल सकते हैं।
ऐसा बताया गया कि छापेमारी पहले रविवार 14 सितंबर की रात के लिए तय की गई थी, पर अधिकारी के अपने घर पर मौजूद न रहने के कारण इसे रोकना पड़ा। यह कार्रवाई सोमवार 15 सितंबर सुबह उनके घर लौटने पर की गई। छापेमारी उनके गुवाहाटी वाले घर से शुरू हुई और बाद में उनसे जुड़े तीन अन्य ठिकानों पर भी की गई।
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने बताया कि नूपुर बोरा पर विवादास्पद भूमि संबंधी मुद्दों में कथित तौर पर शामिल होने की शिकायत मिली थी। जिसके बाद से पिछले छह महीनों से उन पर निगरानी रखी जा रही थी। सीएम ने कहा, 'जब यह अधिकारी बारपेटा राजस्व मंडल में तैनात थीं, तब उन्होंने पैसे के बदले हिंदुओं की जमीन संदिग्ध व्यक्तियों को ट्रांसफर कर दी थी। हमने उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की है।' सीएम ने यह भी कहा कि अल्पसंख्यक बहुल इलाकों में राजस्व मंडलों में व्यापक भ्रष्टाचार है। मुख्यमंत्री ने इसके पहले कहा था कि असम सरकार की एक अधिकारी के खिलाफ अवैध धन अर्जित करने के मामले में कार्रवाई जारी है।
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सहयोगी के घर पर भी छापा
स्पेशल विजिलेंस सेल ने उनके कथित सहयोगी, लाट मंडल सुरजीत डेका के घर पर भी छापा मारा। लाट मंडल बारपेटा में राजस्व मंडल कार्यालय में कार्यरत हैं। उन पर आरोप है कि उन्होंने नूपुर बोरा, जब वहां सर्कल ऑफिसर थीं, तब उनके साथ मिलीभगत करके बरपेटा में कई जमीनें खरीदीं।
असम के गोलाघाट की रहने वाली नूपुर बोरा 2019 में असम सिविल सेवा में शामिल हुईं थीं। फिलहाल में नूपुर कामरूप जिले के गोरोइमारी में एक सर्कल अधिकारी के रूप में तैनात थीं। महज 6 साल के अंतराल में इन पर इतनी बड़े पैमाने पर संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगा है।