बीजेपी के वरिष्ठ नेता विजय मल्होत्रा का मंगलवार को निधन हो गया। वह 93 साल के थे। वह काफी समय से बीमार थे और दिल्ली एम्स में भर्ती थे। विजय मल्होत्रा ने आरएसएस के साथ जुड़कर राजनीति में करियर शुरू किया था। वह दिल्ली बीजेपी के पहले अध्यक्ष थे।
मल्होत्रा का जन्म 3 दिसंबर 1931 को ब्रिटिश भारत के पंजाब के लाहौर में हुआ था। बंटवारे के बाद उनका परिवार भारत आ गया था। मल्होत्रा कम उम्र में ही आरएसएस से जुड़ गए थे। वह दिल्ली जनसंघ और दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष रह चुके थे।
बीजेपी ने उनके निधन पर दुख जताया है। दिल्ली बीजेपी ने X पर पोस्ट कर कहा कि दिल्ली 'बीजेपी के पहले अध्यक्ष प्रोफेसर विजय कुमार मल्होत्रा के आकस्मिक निधन का समाचार अत्यंत दुखद है। दुख की इस घड़ी में पूरा बीजेपी परिवार उनके परिजनों के साथ है।'
पीएम मोदी बोले- जमीन से जुड़े नेता थे
विजय मल्होत्रा के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुख जताया। उन्होंने X पर पोस्ट कर कहा कि जिंदगीभर जनसेवा में समर्पित रहे बीजेपी के वरिष्ठ नेता विजय कुमार मल्होत्रा के निधन से गहरा दुख हुआ है।
उन्होंने लिखा, 'वे जमीन से जुड़े ऐसे नेता थे, जिन्हें जनता के मुद्दों की गहरी समझ थी। दिल्ली में पार्टी को सशक्त बनाने में उन्होंने अहम भूमिका निभाई। संसद में अपनी सक्रियता और योगदान के लिए भी वे सदैव याद किए जाएंगे। शोक की इस घड़ी में उनके परिवारजनों और शुभचिंतकों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं।'
कौन थे विजय मल्होत्रा?
विजय मल्होत्रा बीजेपी के बड़े नेता थे। वह 1972 से 1975 तक दिल्ली जनसंघ के अध्यक्ष रह चुके थे। इसके बाद जब बीजेपी बनी तो वह 1980 से 1984 तक दिल्ली यूनिट के अध्यक्ष भी रहे।
उन्होंने दिल्ली में बीजेपी को मजबूत करने में बहुत काम किया था। साल 1999 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को बड़े अंतर से हराया था। उस चुनाव में उन्होंने मनमोहन सिंह को साउथ दिल्ली सीट से 30 हजार से ज्यादा वोटों से अंतर से हराया था। 2004 के चुनाव में वह दिल्ली के इकलौते बीजेपी नेता थे, जो जीते थे। बाकी सभी 6 सीटों पर बीजेपी हार गई थी। वह 5 बार सांसद और 2 बार विधायक रह चुके थे।
2008 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने उन्हें दिल्ली में मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित किया था। विजय कुमार तो ग्रेटर कैलाश से जीत गए थे लेकिन बीजेपी इस चुनाव में हार गई थी। वह विधानसभा में विपक्ष के नेता थे।