दिल्ली के गांधी विहार इलाके में 6 अक्टूबर 2025 को एक फ्लैट में आग लगी थी, जिसमें एक युवकी की जलकर मौत हो गई थी। मगर, यह आग कोई साधारण घटना नहीं थी, बल्कि शातिराना ढंग से किया गया एक मर्डर था, जिसने दिल्ली पुलिस के भी होश फाक्ता कर दिए। लंबी छानबीन और पुलिस की कार्यशाली की कुशलता की वजह से आखिरकार पुलिस ने यह मर्डल मिस्ट्री सुलझा ली है।
इस मर्डर मिस्ट्री की मास्टरमाइंड फॉरेंसिक साइंस की छात्रा एक युवती निलकी है। दिल्ली पुलिस की जांच में पता चला कि उसने अपने पूर्व प्रेमी और एक अन्य दोस्त के साथ मिलकर UPSC की तैयारी कर रहे छात्र रामकेश मीणा की पहले हत्या कर दी और फिर आग लगा दी, जिससे कि यह मर्डर दुर्घटना दिखे।
यह मर्डर करने के लिए युवती ने युवक का मर्डर करने के लिए हर कदम वैज्ञानिक तरीके से उठाया। लेकिन CCTV और मोबाइल डेटा ने उसकी चालाकी का पूरा पर्दाफाश कर दिया।
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हत्या की गुत्थी कैसे खुली?
दरअसल, 6 अक्टूबर की सुबह दिल्ली पुलिस को फोन पर सूचना मिली थी कि गांधी विहार की एक इमारत की चौथी मंजिल पर आग लग गई है। मौके पर दमकल की टीम ने पहुंचकर आग पर काबू पाया, मगर अंदर का सीन हैरान करने वाली था। कमरे में एक बुरी तरह से झुलसा हुआ शव पड़ा था। शव की पहचान 32 साल के रामकेश मीणा के रुप में हुई। रामकेश वहीं रहकर UPSC की तैयारी कर रहा था।
पुलिस ने शुरुआत में यह हादसा गैस लीक होने की वजह से माना लेकिन शव की स्थिति और कमरे में बिखरी चीजों ने पुलिस को शक में डाल दिया।
एक-एक कड़ियां खुलीं
घटना को देखने के बाद पुलिस ने क्राइम टीम और FSL टीम को मौके पर बुलाया। टीम ने आस-पास के CCTV फुटेज खंगाले तो सारा खेल साफ हो गया। जांच में पुलिस ने पाया कि 5-6 अक्टूबर की रात करीब 2:20 बजे दो लोग मुंह ढंककर बिल्डिंग में दाखिल हुए और कुछ देर बाद दोनों में से सिर्फ एक बाहर निकला। करीब 2:57 बजे हत्यारी लड़की अपने साथी के साथ बिल्डिंग से बाहर जाती दिखी।

दोनों के बिल्डिंग के बाहर निकलने के कुछ मिनटों बाद ही फ्लैट में आग लग गई। बाद में लड़की की पहचान अमृता चौहान के रूप में हुई। पुलिस ने अमृता का मोबाइल डेटा और कॉल रिकॉर्ड्स निकाले तो लोकेशन उसी रात गांधी विहार के आसपास थी। अब शक यकीन में बदल गया।
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छात्रा ने कैसे रची हत्या की साजिश
बाद में दिल्ली पुलिस की टाम ने 18 अक्टूबर को अमृता को मुरादाबाद से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में अमृता ने कबूल किया कि उसने अपने दो दोस्तों। सुमित कश्यप (पूर्व प्रेमी, LPG डिस्ट्रीब्यूटर) और संदीप कुमार (ग्रेजुएट, SSC अभ्यर्थी) के साथ मिलकर हत्या की योजना बनाई थी। अमृता ने पुलिस को बताया है कि रामकेश उसके साथ रिलेशनशिप में रहता था और उसने उसके कुछ निजी वीडियो और फोटो एक हार्ड डिस्क में सेव कर रखे थे। जब उसने इन्हें डिलीट करने को कहा, तो रामकेश ने मना कर दिया। गुस्से में आकर अमृता ने अपने एक्स-बॉयफ्रेंड को बताया फिर दोनों ने मिलकर हत्या की साजिश रची।
कैसे की हत्या?
तीनों हत्यारे 5-6 अक्टूबर की रात गांधी विहार पहुंचे थे। उन्होंने पहले रामकेश का गला दबाया, फिर डंडे से पीटकर मार डाला। शव पर घी, तेल और वाइन डाल दी ताकि आग तेजी से भड़के। सुमित ने सिलेंडर का नॉब खोलकर गैस फैलाई और आग लगा दी। अमृता ने दरवाजे की जाली हटाकर अंदर से गेट लॉक किया ताकि सबको लगे यह हादसा था। सभी के बिल्डिंग से बाहर निकलने के करीब एक घंटे बाद धमाका हुआ। बाहर वालों को सब कुछ गैस ब्लास्ट जैसा लगा।