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गोवा में क्रिसमस-न्यू ईयर से पहले बार-रेस्त्रां पर बुलडोजर क्यों चल रहे हैं?

गोवा में सरकार आग लगने या अन्य किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचने के लिए तमाम क्लबों की जांच कर रही है ताकि इस बात को सुनिश्चित किया जा सके कि किसी भी तरह की कोई कमी नहीं है।

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कार्रवाई के दौरान टूटा हुआ स्ट्रक्चर । Photo Credit: PTI

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गोवा सरकार ने क्रिसमस और न्यू ईयर के व्यस्त टूरिस्ट सीजन से पहले नाइट क्लबों पर बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। यह कदम उत्तर गोवा के अरपोरा में बर्च बाय रोमियो लेन नाइट क्लब में 6 दिसंबर की रात लगी आग के बाद उठाया गया है, जिसमें 25 लोगों की मौत हो गई थी। इनमें 20 स्टाफ सदस्य और 5 पर्यटक शामिल थे। यह हादसा गोवा के पर्यटन इतिहास में सबसे भयानक आग की घटना मानी जा रही है। 

 

क्लब में जब आग लगी तब उस वक्त वहां पार्टी चल रही थी। संकरी गलियों और सुरक्षा की कमी के कारण बचाव कार्य में देरी हुई। अधिकांश मौतें धुएं से दम घुटने के कारण हुईं। इस घटना के बाद सरकार ने सभी नाइट क्लबों की जांच शुरू कर दी है। जिला प्रशासन, फायर सर्विस और पुलिस की टीमों ने उत्तर गोवा के पर्यटन क्षेत्र में कई क्लबों का निरीक्षण किया। जांच टीम के प्रमुख अधिकारी कबीर शिरगांवकर ने बताया, 'हम सभी नाइट क्लबों के लाइसेंस और अनुमतियां जांच रहे हैं।’

 

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सील किया जा रहा

नियम तोड़ने वाले क्लब को तुरंत सील कर दिया जा रहा है। अब तक दो मशहूर नाइट क्लब वागाटोर में स्थित गोया क्लब और कैफे सीओ-2 गोवा को सील किया जा रहा है। कैफे सीओ-2 अरब सागर के किनारे एक क्लिफ पर बना था, जो पर्यटकों में बहुत लोकप्रिय था। शिरगांवकर के अनुसार, गोया क्लब कृषि भूमि पर बना था, जबकि कैफे सीओ-2 के पास फायर डिपार्टमेंट का एनओसी नहीं था और उसकी संरचना भी सुरक्षित नहीं थी। इसके अलावा, अंजुना में डियाज पूल क्लब एंड बार का फायर एनओसी रद्द कर दिया गया है। 

आग बुझाने के इंतजाम नहीं थे

शनिवार को हुई जांच में पाया गया कि वहां आग बुझाने के इंतजाम पर्याप्त नहीं थे। यह कार्रवाई बर्च क्लब की जांच से जुड़ी है। पुलिस को पता चला है कि क्लब के मालिक सौरभ और गौरव लूथरा भाइयों ने नकली दस्तावेजों से क्लब खोलने की अनुमति ली थी। हादसे के कुछ घंटों बाद ही दोनों थाईलैंड के फुकेट भाग गए थे। थाई पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया है। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि जल्द ही उन्हें भारत लाया जाएगा। भारतीय अधिकारी थाई अधिकारियों से संपर्क में हैं और अगले हफ्ते की शुरुआत में उनकी हिरासत मिलने की उम्मीद है।

 

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सिविल कोर्ट में विवाद

इसके अलावा, क्लब से जुड़े जमीन के मालिकों का एक सिविल विवाद कोर्ट में चल रहा है। जांच में कई अनियमितताएं सामने आ रही हैं, जैसे अवैध निर्माण और सुरक्षा नियमों की अनदेखी। गोवा हर साल क्रिसमस-न्यू ईयर में लाखों पर्यटकों से भर जाता है। सरकार अब सुरक्षा को प्राथमिकता दे रही है ताकि ऐसी दुखद घटना दोबारा न हो। कई क्लबों का भविष्य अनिश्चित है, और पर्यटक अब सुरक्षित जगहों पर ही पार्टी करने की सलाह दी जा रही है। यह कार्रवाई दिखाती है कि सुरक्षा से समझौता नहीं किया जाएगा।

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