महाराष्ट्र के नागपुर में एक सरकारी कार्यक्रम आयोजित किया गया। केंद्रीय मंत्री और नागपुर से सांसद नितिन गडकरी मुख्य अतिथि थे। मंच पर नितिन गडकरी के बगल में एक और सोफा पड़ा था। उस पर दो महिलाएं बैठी थीं, लेकिन वह एक-दूसरे के साथ धक्का-मुक्की कर रहीं थीं। सोफा पर पर्याप्त जगह थी। अगर सलीके से बैठा जाता तो दो लोग आराम से बैठ सकते थे।
दोनों महिलाओं के बीच एक-दूसरे को सोफा से हटाने की रस्साकशी बेहद आराम से चल रही थी, मानो काम भी बन जाए और किसी को पता भी न चले। लेकिन भला हो कैमरे का। उसमें यह पूरा वाकया कैद हो गया। वीडियो देखने में लग रहा है कि मामला जगह का कम, ईगो का अधिक है, क्योंकि सोफा के आगे रखे टेबल पर एक महिला अधिकारी का नाम लिखा है। दूसरी महिला अधिकारी का नाम नदारद है। मगर इसकी भी एक अलग कहानी है। उस कहानी से पहले मंच पर क्या हुआ? वह आप नीचे वीडियो में देख लें।
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क्यों मंच पर भिड़ीं दोनों अधिकारी?
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद जानकारी मिली कि दोनों महिलाओं का संबंध डाक विभाग से है। दोनों वरिष्ठ अधिकारी हैं। द ट्रिब्यून ने सूत्रों के मुताबिक अपने रिपोर्ट में बताया कि प्रशासनिक चूक की वजह से दोनों महिला अधिकारियों के बीच मंच पर ही धक्का-मुक्की का माहौल बना। टेबल पर रखी नेमप्लेट पर शोभा मधले का नाम लिखा है।
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शोभा नागपुर क्षेत्र की पोस्टमास्टर जनरल के पद तैनात थीं लेकिन हाल ही में उनका तबादला कर्नाटक कर दिया गया है। उनकी जगह नवी मुंबई की पोस्टमास्टर जनरल सुचिता जोशी को नागपुर क्षेत्र का अतिरिक्त जिम्मा सौंपा गया। अपने तबादले के खिलाफ शोभा ने अदालत का दरवाजा खटखटाया। जहां से उन्हें स्थगन आदेश मिल चुका है। इसके बाद पूरा विवाद इस बात पर हुआ कि आधिकारिक तौर पर मंच पर कौन बैठेगा?