हरियाणा बीजेपी के अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली और सिंगर रॉकी मित्तल पर दर्ज गैंगरेप का मामला उलझता जा रहा है। गैंगरेप का मामला साबित करना हिमाचल पुलिस के लिए मुश्किल हो गया है। वजह ये है कि महिला ने डेढ़ साल बाद गैंगरेप का केस दर्ज करवाया। ऐसे में अब पुलिस के लिए सबूत जुटाना मुश्किल होता जा रहा है।
क्या है मामला?
शिकायत करने वाली महिला का कहना है कि उसके साथ 3 जुलाई 2023 को गैंगरेप हुआ था। महिला ने हरियाणा बीजेपी के अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली और रॉकी मित्तल पर गैंगरेप का आरोप लगाया है। महिला का कहना है कि उसके साथ कसौली के रोज कॉमन होटल में गैंगरेप हुआ था। हालांकि, महिला ने इसकी शिकायत 13 दिसंबर 2024 को दर्ज करवाई थी। मामले में पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है।
पुलिस के लिए सबूत जुटाना मुश्किल क्यों?
- मेडिकल नहीं करवा रही महिलाः आरोप लगाने वाली महिला ने अपना मेडिकल करवाने से इनकार कर दिया है। गैंगरेप साबित करने के लिए पुलिस के पास यही सबसे बड़ा सबूत होता है।
- सीसीटीवी फुटेज भी नहींः जिस होटल में महिला के साथ गैंगरेप हुआ था, पुलिस ने वहां जाकर 3 जुलाई 2023 की CCTV फुटेज खंगालनी चाही लेकिन होटल अपने पास सिर्फ 45 दिन का रिकॉर्ड रखता है।
- होटल के कमरे से भी सबूत खत्मः होटल के जिस कमरे में गैंगरेप हुआ, वहां से भी बैडशीट, शराब के गिलास और बोतल जैसी चीजें भी नहीं रहीं। अगर समय पर शिकायत होती तो इनसे गैंगरेप के सबूत जुटाए जा सकते थे।
- स्टाफ को भी कुछ याद नहींः पुलिस ने होटल पहुंचकर वहां के स्टाफ से भी सबूत जुटाने की कोशिश की। हालांकि, इतने दिन बीत जाने के बाद होटल स्टाफ को भी कुछ याद नहीं है।
पूछताछ में भी कुछ नहीं मिला
गैंगरेप की शिकायत दर्ज करने के बाद पुलिस ने पीड़िता और आरोपियों से भी पूछताछ की। हिमाचल पुलिस की टीम पीड़िता और दोनों आरोपियों को होटल भी लेकर गई और वहां भी पूछताछ की लेकिन कुछ ठोस नहीं मिला।