हिमाचल प्रदेश में बिजली बोर्ड ने एक बिजनेसमैन को 200 करोड़ का बिजली बिल का नोटिस भेजा है। कारोबारी आशीष धीमान का सीमेंट की ईंटें बनाने का बिजनेस हैं। उनका पहले 4 से 5 लाख का बिजली बिल आता था। अब इतनी बड़ी रकम वाला बिजली बिल देखकर वह बहुत हैरान हो गए।
बेहरविन जट्टन गांव के कारोबारी ललित धीमान को दिसंबर 2024 के लिए 210,42,08,405 करोड़ रुपये का बिल मिला, जबकि उन्होंने पिछले महीने के लिए केवल 2,500 रुपये का भुगतान किया था। धीमान शिकायत करने के लिए बिजली बोर्ड गए और अधिकारियों ने उन्हें बताया कि तकनीकी गड़बड़ी के कारण ऐसा हुआ था, जिसे ठीक कर दिया गया। अब उनका बिल घटाकर 4,047 रुपये कर दिया गया है।
प्रदेश में 125 यूनिट बिजली मुफ्त
बता दें कि हिमाचल प्रदेश में 125 यूनिट मुफ्त बिजली दी जा रही है। इससे बिजली बोर्ड की आर्थिक तौर पर हालत खराब होती जा रही है। इसे देखते हुए हिमाचल के CM सुखविंदर सिंह सुक्खू ने उन लोगों से सब्सिडी छोड़ने की अपील की है, जो बिजली बिल भर सकते हैं।
वलसाड में भी हुई ऐसी ही घटना
पिछले साल नवंबर में गुजरात के वलसाड में भी ऐसी ही घटना हुई थी। अंसारी नामक दर्जी को 86.41 लाख रुपये का बिल मिला था। जांच के दौरान अधिकारियों ने पाया कि मीटर रीडिंग में दो अंक 1 और 0 गलती से जोड़ दिए गए थे और इससे बिल की राशि बहुत अधिक हो गई थी।
हालांकि, इसे सुधार कर 1,540 रुपये कर दिया गया। बिजली वितरण कंपनी के एक कर्मचारी हितेश पटेल ने गलती मानी थी और कहा कि मीटर रीडिंग लेने वाले व्यक्ति ने मीटर रीडिंग में 1 और 0 अंक जोड़ दिए थे। हमने अब संशोधित राशि दी है। अंसारी के अनुसार, उनकी दुकान का बिजली बिल लगभग हमेशा 2,000 रुपये से कम आता था।