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85 मौत, 718 करोड़ का नुकसान; हिमाचल में कैसे आफत बनकर आई बारिश

हिमाचल प्रदेश में बारिश लगातार कहर बरपा रही है। बारिश और बाढ़ से मरने वालों का संख्या 85 तक पहुंच गई है और राज्य में अभी भी अलर्ट जारी है।

Monsoons in Himachal

बारिश से प्रभावित घर, Photo Credit: Social Media

हिमाचल के लोगों पर इस समय बारिश का कहर जारी है। राज्य के कई इलाकों में भारी बारिश से जान-माल का नुकसान हुआ है। 20 जून से अब तक बारिश राज्य के लोगों के लिए आफत बनी हुई है और कई लोगों ने इसमें जान गंवा दी है। भारी बारिश के कारण राज्य में कई जगह तबाही का मंजर देखने को मिला और मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। 8 जुलाई तक इस आपदा में जान गंवाने वालों की संख्या 85 पहुंच गई है। बारिश का कहर अभी भी जारी है। 

 

राज्य आपदा प्रबंधन अधिकारियों (SDMA) के अनुसार, राज्य में 20 जून से मानसून की शुरुआत हुई और तब से राज्य को काफी नुकसान हुआ है। कई लोगों की जान चली गई और राज्य की कई सड़कें बंद हो गई हैं। अधिकारियों ने बताया कि राज्य को 718 करोड़ रुपये का आर्थिक नुकसान हुआ है।

 

इस आपदा के कारण 129 लोग घायल हुए हैं, 340 घर तबाह हो गए हैं और 10,255 पशुओं का नुकसान राज्यभर में हुआ है। SDMA अधिकारियों ने कहा, 'मानसून से राज्य में बड़े स्तर पर तबाही हुई है, जिसमें 54 लोगों की मौत बारिश और सैलाब के कारण और 31 लोगों की मौत रोड एक्सीडेंट में हुई।'

 

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मंडी जिले में तबाही 

20 जून से राज्य में बारिश कहर बरपा रही है। बारिश और बादल फटने की घटनाओं ने भीषण तबाही मचाई है और इससे मंडी जिला सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। जिले में जगह-जगह लैंडस्लाइड की घटनाएं सामने आई हैं और कई सड़कें ब्लॉक हैं। जिले में बिजली और पानी जैसी बुनियादी सुविधाएं भी बंद हो गईं हैं। मंडी में 247 घरों और 194 गोशालाओं को नुकसान पहुंचा है। इस आपदा में 225 जानवर भी मारे गए हैं।

 

मंगलवार शाम को जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि 198 सड़कें बंद हैं। 159 बिजली के ट्रांसफॉर्मर खराब हो चुके हैं। इसके साथ ही 297 जगहों पर पानी की सुविधा को भी नुकसान पहुंचा है। SDMA अधिकारियों ने कहा, 'सभी सुविधाओं को दोबारा से शुरू करने के लिए कोशिश की जा रही है लेकिन बहुत बड़े स्तर पर नुकसान हुआ है।'

ग्रामीण इलाकों में खतरा

इस आपदा में सबसे ज्यादा नुकसान ग्रामीण इलाकों में हुआ है। राज्य के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं और शहरी इलाकों में लगभग सभी सुविधाएं सुचारू रूप से चल रही हैं।

 

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मुख्यमंत्री ने कहा, 'हम इस आपदा से प्रभावित लोगों की मदद के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं। इस आपदा में राज्य के इन्फ्रास्ट्रक्चर को काफी नुकसान हुआ है और इसको दोबारा से ठीक करने के लिए अगली कैबिनेट की बैठक में प्रस्ताव रखा जाएगा।'

 

राज्य में बारिश अभी भी कहर बरपा रही है। हिमाचल में बारिश का अलर्ट जारी है और लोगों को सावधानी बरतने के लिए कहा गया है। 

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