हिमाचल प्रदेश में आसमान से तबाही बरस रही है। दो हफ्तों से ज्यादा हिमाचल में बारिश कहर बरपा रही है। हिमाचल प्रदेश के लगभग सभी जिलों में जबरदस्त बारिश हो रही है। हिमाचल प्रदेश की डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी ने बताया है कि बारिश के कारण अब तक 400 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति तबाह हो चुकी है। अब तक 60 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। आशंका जताई जा रही है कि मौतों का आंकड़ा और बढ़ सकता है, क्योंकि अभी भी रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है।
मौसम विभाग का कहना है कि फिलहाल कुछ दिन तक बारिश से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। मौसम विभाग ने 7 जुलाई तक हिमाचल में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
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मंडी में पूरा गांव तबाह
हिमाचल में बारिश के चलते जगह-जगह लैंडस्लाइड की घटनाएं सामने आई हैं। कई सड़कें ब्लॉक हो गई हैं। सबसे ज्यादा प्रभावित मंडी जिला है, जहां कई सड़कें ब्लॉक हो गई हैं। यहां बिजली और पानी जैसी बुनियादी सुविधाएं भी बंद हो गईं हैं।
स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी के विशेष सचिव डीसी राणा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया, 'हमने अब तक 400 करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान लगाया है लेकिन असल नुकसान इससे कहीं ज्यादा होने ज्यादा की संभावना है। फिलहाल हमारा ध्यान लोगों को बचाने पर है।' उन्होंने बताया कि मंडी का एक गांव पूरी तरह तबाह हो गया है।
63 मौतें, 40 लोग अब भी लापता
20 जून से 3 जुलाई तक हिमाचल में भारी बारिश के चलते 63 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से अकेले 11 मौतें मंडी जिले में हुई है। इन 63 मौतों में से 37 मौतें बारिश से हुई है, जबकि 27 मौतें सड़क हादसों में हो गई है।
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250 सड़कें ब्लॉक, वायुसेना पहुंचा रही खाना
हिमाचल में भारी बारिश अब बुरी तरह आफत बनती जा रही है। बताया जा रहा है कि अभी भी 250 से ज्यादा सड़कें ब्लॉक हैं। राजधानी शिमला में भी बारिश से बुरे हाल हैं। कुल्ली में अचानक आई बाढ़ ने मनाली-केलांग-लेह स्टेट हाइवे को ब्लॉक कर दिया है।
मनाली के डीएसपी केडी शर्मा ने बताया कि केलांग की ओर जाने वाले ट्रैफिक को फिलहाल रोहतांग दर्रे से डायवर्ट किया जा रहा है। सड़कों को ठीक करने के लिए बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन काम कर रही है।
भारी बारिश, बादल फटने और बाढ़ से लैंडस्लाइड की कई घटनाएं सामने आई हैं। मंडी के थुनाग इलाके में सड़क संपर्क टूट गया है। प्रभावित इलाकों में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। लोगों को सुरक्षित बचाकर रिलीफ कैंप में रखा जा रहा है।
इस बीच प्रभावितों की मदद करने के लिए वायुसेना को भी लगाया गया है। वायुसेना के हेलीकॉप्टर से खाना-पानी, दवाइयां और जरूरी सामान पहुंचाया जा रहा है।
बारिश के चलते मोबाइल कनेक्टिविटी पर भी असर पड़ा है। कई इलाकों में इंट्रा-सर्किल रोमिंग को एक्टिवेट किया गया है, ताकि लोग किसी भी नेटवर्क के जरिए मोबाइल सर्विसेस का इस्तेमाल कर सकेंगे।
कब तक मिलेगी राहत?
हिमाचल में फिलहाल बारिश से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। कई इलाकों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने साफ किया है कि 7 जुलाई तक बारिश से राहत मिलने के आसार नहीं है। मौसम विभाग ने कांगड़ा, मंडी, हमीरपुर, शिमला, सिरमौर और सोलन जिलों में अगले 24 घंटों के लिए बाढ़ की चेतावनी दी गई है।