उत्तर प्रदेश में पिछले एक महीने से 'आई लव मुहम्मद' पोस्टर को लकरे बवाल जारी है। कानपुर से शुरू हुआ विवाद बरेली तक पहुंच गया था। बरेली में पिछले हफ्ते हिंसा भी हुई थी। इसके बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। इस पर अब जम्मू-कश्मीर के बीजेपी नेता जहांजैब सिरवाल ने इस्तीफे की धमकी दे डाली है।
उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ की टिप्पणियों को 'अस्वीकार्य' और मुस्लिमों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई का हवाला देते हुए पार्टी से इस्तीफा देने की धमकी दे दी है। उन्होंने एक बयान में कहा कि उत्तर प्रदेश के हालात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास' के दृष्टिकोण के विपरीत है।
सिरवाल ने कहा कि निष्पक्ष जांच में सभी दोषियों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए, न कि केवल एक समुदाय को। सिरवाल ने न्यूज एजेंसी PTI से कहा कि अगर बीजेपी मुसलमानों का विश्वास बहाल करने के लिए कोई कदम नहीं उठाती है, तो उनके पास इस्तीफा देने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा।
यह भी पढ़ें-- 'नौकरी चली जाएगी,' MP में डर से कपल ने पत्थर में दबाया चौथा बच्चा
'आपको डराने-धमकाने का अधिकार नहीं'
जहांजैब सिरवाल ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पास किसी को डराने-धमकाने का अधिकार नहीं है।
उन्होंने कहा वह के मुसलमान और बीजेपी के नेता हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार की हालिया कार्रवाइयों से बहुत आहत हैं, जिसने 'आई लव मुहम्मद' बैनर के माध्यम से मुस्लिम समुदाय की आस्था की अभिव्यक्ति को निशाना बनाया है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को किसी भी समुदाय को चुप कराने के लिए 'धमकाने या डराने' का कोई अधिकार नहीं है। सिरवाल ने कहा कि जब उनके समुदाय के अधिकारों को कुचला जा रहा हो और जब सरकार की कार्रवाई से पार्टी की एकता को खतरा हो, तो वह एक मुस्लिम बीजेपी नेता के रूप में चुप नहीं रह सकते।
यह भी पढ़ें-- आगरा में मूर्ति विसर्जन के दौरान बड़ा हादसा, 6 डूबे, रेस्क्यू जारी
क्या है आई लव मुहम्मद विवाद?
उत्तर प्रदेश के कानपुर में पुलिस ने 4 सितंबर को ईद-ए-मिलाद-उन-नबी के जुलूस के दौरान 'आई लव मुहम्मद' लिखे बोर्ड लगाने के आरोप में 24 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है।
इसके बाद बरेली में 26 सितंबर को शुक्रवार की नमाज के बाद हिंसा भड़क गई थी। बरेली में एक मस्जिद के बाहर 'आई लव मुहम्मद' लिखे पोस्टर लिए एक बड़ी भीड़ के इकट्ठा होने के बाद झड़पें शुरू हो गई थीं। झड़पों में कई लोग घायल हुए थे, जबकि पुलिस ने हिंसा के लिए 10 FIR दर्ज की थीं और सैकड़ों लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। अब तक मौलवी तौकीर रजा खान, उनके सहयोगियों और कुछ रिश्तेदारों सहित 70 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगाड़ने की किसी भी कोशिश के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है।
बरेली में जुमे की नमाज के बाद भड़की हिंसा के एक हफ्ते बाद जिला प्रशासन ने इस शुक्रवार की सामूहिक नमाज से पहले संवेदनशील इलाकों की सुरक्षा कड़ी कर दी है। नौ महल मस्जिद, आला हज़रत दरगाह मस्जिद, कोतवाली क्षेत्र की आजम नगर मस्जिद और बारादरी मस्जिदों सहित प्रमुख मस्जिदों के बाहर भारी पुलिस और अर्धसैनिक बल तैनात दिखाई दिया। ड्रोन कैमरों से भी निगरानी की जा रही है।