मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में सोमवार को एक पुलिस सब इंस्पेक्टर की काली करतूत सामने आई है। दरअसल, सब इंस्पेक्टर साहब हत्या के एक आरोपी को जांच में फायदा पहुंचाने के बदले उसके बेटे से एक लाख रुपये की रिश्वत ले ली। रिश्वत लेते हुए आरोपी सब इंस्पेक्टर को लोकायुक्त ने रंगे हाथों पकड़ लिया।
पुलिस उपाधीक्षक (DSP) सुनील तालान ने बताया कि सब इंस्पेक्टर इंदौर शहर के आजाद नगर थाने में तैनात है। उसका नाम धर्मेंद्र राजपूत है। उन्होंने बताया कि शिकायत मिलने के बाद सब इंस्पेक्टर के खिलाफ जाल बिछा कर उसे रंगे हाथों पकड़ा गया।
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पूरा मामला क्या है?
उन्होंने बताया, 'सब इंस्पेक्टर धर्मेंद्र राजपूत हत्या के एक मामले के आरोपी रामचंद्र सिंह तोमर के बेटे और शिकायतकर्ता संतोष कुमार तोमर से आजाद नगर थाने के सामने एक कमर्शियत परिसर में एक लाख रुपये की घूस ले रहा था।' डीएसपी तालान ने बताया कि शिकायतकर्ता अपनी पिता की संचालित की जा रही एक सुरक्षा एजेंसी का मैनेजर है।
डीएसपी ने बताया कि इस एजेंसी के सुरक्षा गार्डों ने मूसाखेड़ी के पुल के पास एक शख्स को चोर समझकर बुरी तरह पीट दिया था जिसके बाद उसकी मौत हो गई थी। उन्होंने बताया कि आजाद नगर पुलिस ने हत्या की एफआईआर दर्ज करते हुए मारपीट करने वाले सुरक्षा गार्डों के साथ ही एजेंसी के संचालक रामचंद्र सिंह तोमर को भी आरोपियों में शामिल किया था।
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सब इंस्पेक्टर ने कैसे फंसाया?
डीएसपी के मुताबिक, शिकायतकर्ता का आरोप है कि सब इंस्पेक्टर ने रिश्वत की मांग पूरी नहीं किए जाने पर उसके पिता को इस मामले में फंसाया था। उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता के पिता को हत्या के मामले में जब मध्य प्रदेश हाई कोर्ट से अग्रिम जमानत मिल गई, तो सब इंस्पेक्टर ने उसे कथित तौर पर थाने बुलाया और मामले में उसके पिता के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं करने और जांच में इस आरोपी को फायदा पहुंचाने के एवज में फिर से घूस मांगी।
डीएसपी ने बताया कि सब इंस्पेक्टर धर्मेंद्र राजपूत के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि घूसखोरी के इस आरोपी को अभी गिरफ्तार नहीं किया गया है।