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करोड़ों की संपत्ति और 8 लाख की रिश्वत, कैसे फंस गए IPS हरचरण सिंह भुल्लर?

IPS अधिकारी हरचरण सिंह भुल्लर को रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है। आइए जानते हैं कि आखिर IPS भुल्लर की कहानी क्या है।

harcharan singh bhullar

हरचरण सिंह भुल्लर, Photo Credit: Social Media

5 करोड़ रुपये कैश, 1.5 किलो सोना/ज्वेलरी,2 लग्जरी कारों (Mercedes और Audi) की चाबियां, 22 लग्जरी घड़ियां, लॉकर की चाबियां, 40 लीटर विदेशी शराब, एक डबल बैरल गन, एक पिस्टल, एक रिवॉल्वर और एक एयर गन,  गोलियों के साथ। इन सब के अलावा पंजाब में करोड़ों की संपत्तियों से जुड़े कागजात। ये सारी चीजें जब्त की गईं हैं पंजाब के रूपनगर (रोपड़) रेंज के DIG  IPS अफसर हरचरण  सिंह भुल्लर के ठिकानों से। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने 16 अक्टूबर को IPS भुल्लर के ठिकाने पर छापा मारा और ये सब कुछ जब्त किया।

 

केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने 16 अक्टूबर 2025 को एक केस दर्ज किया। यह केस स्क्रैप यानी कबाड़ का व्यापार करने वाले व्यक्ति की शिकायत पर दर्ज की गई थी। शिकायत थी कि- डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल, रोपड़- IPS  हरचरण सिंह भुल्लर ने कबाड़ व्यापारी से 8 लाख रुपये की रिश्वत और हर महीने की नियमित रकम मांगी, जिसे आम बोलचाल की भाषा में हफ्ता वसूली कह सकते हैं। यह रिश्वत इस एवज में मांगी गई कि शिकायतकर्ता के खिलाफ दर्ज FIR को 'सेट' किया जा सके और आगे कोई सख्त पुलिस कार्रवाई न हो। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 'शिकायत में कहा गया है कि भुल्लर ने अपने मिडलमैन किर्शनु के ज़रिए रिश्वत और हर महीने की 'सेवा-पानी' रकम मांगी और धमकी दी कि अगर पैसे नहीं दिए गए, तो उस पर झूठे आपराधिक केस दर्ज कर दिए जाएंगे।'

 

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कैसे पकड़े गए IPS भुल्लर? 

 

शिकायत में व्यापारी ने एक कॉल रिकॉर्डिंग की बातें भी दर्ज कराई हैं। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, 'इस रिकॉर्डेड व्हाट्सएप कॉल में भुल्लर एक मिडलमैन- किर्शनु को ₹8 लाख वसूलने के निर्देश देते हुए सुने गए।' CBI ने इन आरोपों के आधार पर  IPS  हरचरण  सिंह भुल्लर के खिलाफ मामला दर्ज किया और जाल बिछाकर चंडीगढ़ के सेक्टर-21 में रहने वाले मिडलमैन को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया। CBI कि रिपोर्ट के मुताबिक, शिकायतकर्ता ने DIG को एक कंट्रोल्ड कॉल  की, जिसमें अधिकारी ने पैसे मिलने की बात स्वीकार की और अपने मिडलमैन और शिकायतकर्ता को अपने ऑफिस बुलाया। इसके बाद CBI की टीम ने DIG को उनके ऑफिस से ही गिरफ्तार कर लिया। उनके मिडलमैन की भी गिरफ्तारी हुई जो इस ऑपरेशन का हिस्सा था।

 

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CBI ने  पंजाब और चंडीगढ़ में भुल्लर के कार्यालय, उनके घर और एक दूसरे ठिकाने पर छापेमारी की। CBI की टीम ने यह भी सुनिश्चित किया कि छापेमारी के दौरान पंजाब पुलिस के कोई भी अधिकारी, जो डिप्यूटेशन पर हों, शामिल न हों ताकि कार्रवाई पूरी तरह निष्पक्ष रहे। इन छापों में CBI को भारी मात्रा में नकदी और अन्य कीमती सामान मिला, जिनमें शामिल हैं –

 

  • करीब ₹5 करोड़ नकद (और गिनती जारी)
  • लगभग 1.5 किलो सोना/ज्वेलरी
  • पंजाब में संपत्तियों के दस्तावेज़
  • दो लग्जरी कारों (Mercedes और Audi) की चाबियां
  • 22 महंगी घड़ियां
  • लॉकर की चाबियां
  • 40 लीटर विदेशी शराब की बोतलें
  • हथियार – 1 डबल बैरल गन, 1 पिस्टल, 1 रिवॉल्वर, 1 एयरगन और गोलियां

 

इसके अलावा मिडलमैन के पास से 21 लाख रुपये नकद भी बरामद हुए। CBI ने बताया कि दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और 17 अक्टूबर 2025 को उन्हें विशेष अदालत में पेश किया जाएगा।

कितनी है भुल्लर की संपत्ति?

 

जिन भुल्लर की गिरफ्तारी हुई उनके बारे में भी आपको जानना चाहिए। IPS हरचरण सिंह, पूर्व पंजाब पुलिस महानिदेशक (DGP) मेहल सिंह भुल्लर के बेटे हैं। हरचरण सिंह भुल्लर ने अपने करियर की शुरुआत पंजाब पुलिस सर्विस (PPS) अधिकारी के रूप में की थी। बाद में उन्हें भारतीय पुलिस सेवा (IPS) में शामिल किया गया और उन्हें 2009 बैच की वरिष्ठता दी गई। उन्होंने 27 नवंबर 2024 को रूपनगर रेंज के DIG का कार्यभार संभाला था। इससे पहले वह पटियाला रेंज के DIG, विजिलेंस ब्यूरो में जॉइंट डायरेक्टर और जगरांव, मोहाली और संगरूर में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) रह चुके हैं। साल 2024 के लिए दाखिल अचल संपत्ति विवरण के अनुसार, हरचरण सिंह भुल्लर और उनके परिवार के नाम पर पंजाब और चंडीगढ़ में कई संपत्तियां दर्ज हैं। इस IPR के मुताबिक, उनके पास फार्म हाउस, रिहायशी मकान, फ्लैट, प्लॉट और कृषि भूमि सहित आठ प्रमुख संपत्तियां हैं।

 

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- जालंधर के कोट कलां गांव में 6 कनाल का फार्महाउस है, जो उन्हें अपने पिता मेहल सिंह भुल्लर से विरासत में मिला। इसकी मौजूदा कीमत लगभग ₹2 करोड़ आंकी गई है।
- चंडीगढ़, सेक्टर 39-B में ₹6 लाख की लागत से खरीदा गया एक फ्लैट है, जो अब लगभग ₹1.5 करोड़ मूल्य का है।
- लुधियाना के आयाली खुर्द गांव में लगभग 3 कनाल 18 मरले की कृषि भूमि है, जो 2005 में ₹7.35 लाख में खरीदी गई थी और अब इसका मूल्य करीब ₹2.10 करोड़ आंका गया है।
- मोहाली (सेक्टर 90) में एक फ्लैट भी है, जिसकी कीमत लगभग ₹20 लाख बताई गई, हालांकि उसका कब्जा अभी तक नहीं मिला और मामला उपभोक्ता फोरम में लंबित है।
- चंडीगढ़, सेक्टर 40-B में 528 वर्ग गज का एक घर है, जिसमें उनकी पत्नी और पिता की संयुक्त हिस्सेदारी है। यह संपत्ति 2008 में ₹1.32 करोड़ में खरीदी गई थी और अब इसकी अनुमानित कीमत ₹5 करोड़ है।  
- कपूरथला जिले के खजुराला गांव में लगभग 5 कनाल 10 मरले कृषि भूमि है, जिसकी मौजूदा कीमत लगभग ₹60 लाख है।
- लुधियाना जिले के मंडशेरिया गांव में करीब 15 एकड़ (120 कनाल 6 मरले) जमीन है, जो 2020 में पारस्परिक अदला-बदली से मिली। इसकी अनुमानित कीमत ₹3 करोड़ आंकी गई है।
- न्यू चंडीगढ़ (SAS नगर) में 1041 वर्ग गज का प्लॉट भी है, जो 2022 में खरीदा गया था। इसके लिए लगभग ₹1.6 करोड़ का भुगतान किया जा चुका है और रजिस्ट्री/कब्जा अभी बाकी है।

 

इस तरह IPR के मुताबिक, भुल्लर के नाम और उनके परिवार के नाम पर दर्ज संपत्तियों का कुल अनुमानित बाजार मूल्य ₹15–16 करोड़ से अधिक बैठता है। ये संपत्तियां पंजाब के जालंधर, लुधियाना, कपूरथला, मोहाली और चंडीगढ़ जैसे प्रमुख इलाकों में फैली हुई हैं। India Today  में छपी कमलजीत कौर संधू और मूनीष चंद्र पांडे की रिपोर्ट बताती है कि भुल्लर को लो-प्रोफाइल अधिकारी माना जाता है और उन्होंने ‘युद्ध नशेआं विरुद्ध’ (Yudh Nasheyan Virudh) नामक एंटी-ड्रग अभियान में अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने एक समय उस स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम  का नेतृत्व भी किया था, जिसने शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया से ड्रग तस्करी के आरोपों को लेकर पूछताछ की थी।  

पॉलिटिकल कनेक्शन क्या है?

 

बहरहाल, DIG हरचरण सिंह भुल्लर के गिरफ्तारी के बाद से भी CBI की तलाशी और आगे की जांच जारी हैं। इसी चर्चा भी जोरशोर से हो रही है। अचानक हुई कार्रवाई के तार राजनीतिक गलियारे तक भी जा रहे हैं। इंडियन एक्सप्रेस में छपी अमन सिंह छिना की रिपोर्ट बताती है कि रूपनगर (रोपड़) रेंज के DIG की यह गिरफ्तारी ऐसे समय हुई है, जब रूपनगर पुलिस और चंडीगढ़ पुलिस के बीच एक विवाद सामने आया था। यह विवाद जनता पार्टी के कथित अध्यक्ष नवीन चतुर्वेदी की गिरफ्तारी को लेकर हुआ। नवीन चतुर्वेदी ने पंजाब से राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया था लेकिन रूपनगर पुलिस ने उनके खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया।

 

कई AAP विधायकों ने आरोप लगाए थे कि चतुर्वेदी ने उनके फर्जी हस्ताक्षर कर अपने नामांकन पत्र में लगाए थे। जब रूपनगर पुलिस की टीम मंगलवार को चतुर्वेदी को गिरफ्तार करने चंडीगढ़ पहुंची तो चंडीगढ़ पुलिस ने उन्हें सौंपने से इनकार कर दिया और गिरफ्तारी रोक दी। इसके बाद रूपनगर की अदालत ने हस्तक्षेप किया और आदेश दिया कि चंडीगढ़ पुलिस आरोपी चतुर्वेदी को रूपनगर पुलिस के हवाले करे। अदालत ने चंडीगढ़ पुलिस को फटकार लगाई, यह कहते हुए कि उन्होंने रूपनगर पुलिस को गिरफ्तारी वारंट लागू करने से रोका, जो कि अनुचित था।
 
बहरहाल, CBI ने अपनी शुरुआती जांच के आधार पर यह आरोप तय किया कि DIG हरचरण सिंह भुल्लर ने व्यापारी से घूस और रेगुलर खर्चा-पानी की डिमांड की थी। इसके साथ ही उनके पास से मिली संपत्तियों पर आय से अधिक संपत्ति का मामला भी बनता दिख रहा है।

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