logo

ट्रेंडिंग:

झारखंड के धनबाद में खदान की गैस बनी जानलेवा, 2 की मौत, दर्जनों बीमार

झारखंड के धनबाद में गैस लीक के चलते 2 लोगों की मौत हो चुकी है और दर्जनों लोग बीमार हो गए हैं। अब इलाके को खाली करवाया जा रहा है।

gas leak representative image

प्रतीकात्मक तस्वीर, Photo Credit: Sora AI

शेयर करें

संबंधित खबरें

Reporter

झारखंड का धनबाद जिले में भूमिगत खदानों से गैस रिसाव से चलते दो लोगों की मौत हो गई है। दर्जनों लोगों की तबीयत खराब हुई है। इस घटना से नाराज लोगों ने गुरुवार को धनबाद-रांची मेन रोड पर जाम लगा दिया और टायर जलाकर जिला प्रशासन और भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (BCCL) प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन किया। भूमिगत खदानों से कार्बन मोनो ऑक्साइड (CO2) गैस का रिसाव होने के चलते क्षेत्र में अफरातफरी का माहौल है। अब कहा जा रहा है कि इस क्षेत्र से हजारों लोगों को दूसरी जगहों पर ले जाया जा रहा है।

 

अधिकारियों ने बताया कि धनबाद के केंदुआडीह बस्ती के विभिन्न स्थानों पर ऐसी खदानों से कथित रूप से कार्बन मोनोऑक्साइड के रिसाव के कारण एक महिला की बुधवार को मौत हो गई जबकि 12 लोग बीमार पड़ गए। उन्होंने बताया कि महिला की मौत का वास्तविक कारण फिलहाल पता नहीं चल पाया है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही इसकी पुष्टि हो सकेगी। अधिकारियों ने बताया कि घटना के तुरंत बाद BCCL ने लोगों को ‘खतरे वाले क्षेत्रों’ से बाहर निकालना शुरू कर दिया।

 

यह भी पढ़ें- 'ममता RSS का काम कर रही हैं', हुमायूं कबीर ने की नई पार्टी बनाने की घोषणा

 

एक अधिकारी ने बताया कि कंपनी ने इलाके में स्थित घरों की दीवारों पर नोटिस चस्पा किए, जिसमें लोगों से जल्द से जल्द घर खाली करने को कहा गया है। BCCL के पुटकी-बलिहाटी कोलियरी क्षेत्र के महाप्रबंधक (जीएम) जी. सी. साहा ने बताया कि किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए बस्ती में तीन एम्बुलेंस को तैयार रखा गया है। उन्होंने कहा, ‘कंपनी स्थानीय लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की व्यवस्था कर रही है। जान-माल की सुरक्षा के लिए हमने पहले ही उनसे खतरे वाले क्षेत्र को छोड़ने का अनुरोध कर दिया है।’

 

 

 

क्या बोले पुलिस अधिकारी?

 

केंदुआडीह थाने के स्टेशन इंचार्ज प्रमोद पांडेय ने कहा है, 'आसपास के क्षेत्र जैसे कि केंदुआडीह हुआ, 5 नंबर हुआ, राजपूत बस्ती हुआ, नयाखोड़ा हुआ, सभी जगह हम लोग BCCL की गैस डिटेक्टर टीम लेकर गए और जांच कराई। कुछ घरों में CO की मात्रा ज्यादा पाई गई। इसके बाद हम लोगों ने अनाउंसमेंट करवाई कि घर में न रहें, दरवाजे-खिड़की बंद न रखें और जहां स्मेल आ रही है, वहां न रहें, मास्क का इस्तेमाल करें। हम लोग लगे हुए हैं, मेडिकल टीम लगी हुई है, प्रशासन लगा हुआ है ताकि गैस रिसाव को रोका जाए।'

 

उन्होंने आगे कहा, 'थाने पर एंबुलेंस की व्यवस्था भी की गई है। जैसे ही सूचना मिल रही है, हम तुरंत पहुंच रहे हैं और लोगों का इलाज करा रहे हैं। उसे जाम नहीं कहना चाहिए, लोग 10-15 मिनट के लिए आए थे। हमने आश्वासन दिया तो लोग वहां से हट गए। दो महिलाओं की मृत्य हुई है जिनके नाम प्रियंका देवी और ललिता देवी हैं। 15-20 लोगों को उल्टी और जी मिचलाने जैसी समस्याएं हुई हैं। अस्पताल में एक अलग हेल्पडेस्क बनाई जाएगी ताकि किसी को कोई परेशानी न हो।'

 

यह भी पढ़ें- 250 उड़ानें रद्द, देश भर में इंडिगो के यात्री परेशान क्यों हो रहे हैं?

 

 

 

BCCL के जनरल मैनेजर साहा ने कहा, 'हम बता रहे हैं कि ऐसी जगहों पर न रहें। उसमें लगातार न रहें, उससे भी शरीर खराब हो रहा है। हमने टेंट लगाए हैं लेकिन गांव के लोग अपने घर में ही रहना चाहते हैं। हमें जो वैज्ञानिक कार्य करना चाहिए, वह हम कर रहे हैं। पहले के खनन कार्य के बाद यह बस्ती बनी है। हम तो बोल रहे हैं कि यह अग्नि प्रभावित है, हमने इसे असुरक्षित ही घोषित करके ही रखा है। अभी हम सभी घरों में नहीं जा पाए हैं। कई तरह के विरोध हो रहे हैं। इस जगह को खाली करना होगा, तभी हम इसकी जांच सही से कर पाएंगे। जहां-जहां हम कर पा रहे हैं, वहां हम भराई कर रहे हैं।'

 

Related Topic:#Jharkhand news

और पढ़ें

design

हमारे बारे में

श्रेणियाँ

Copyright ©️ TIF MULTIMEDIA PRIVATE LIMITED | All Rights Reserved | Developed By TIF Technologies

CONTACT US | PRIVACY POLICY | TERMS OF USE | Sitemap