हाल ही में केरल में एक नए तरह का विवाद हुआ। एक अधिकारी पर आरोप लगे कि उन्होंने धर्म और जाति के आधार पर वॉट्सऐप ग्रुप बनाया। दो मामलों में कार्रवाई करते हुए केरल की पिनराई विजयन सरकार ने दो अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है। सस्पेंड किए गए अधिकारियों में IAS एन प्रशांत भी हैं। यह वही एन प्रशांत हैं जो 'कलेक्टर ब्रो' के नाम से मशहूर हैं। प्रशांत के अलावा IAS अधिकारी के गोपालकृष्णन को भी सस्पेंड किया गया है। गोपालकृष्णन ने कहा था कि उन्होंने यह ग्रुप नहीं बनाया बल्कि उनके फोन हैक हो गए थे।
केरल की पिनराई विजयन सरकार ने इन दोनों अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनहीनता के आरोप में कार्रवाई की है। के गोपालकृष्णन इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स विभाग के निदेशक थे। वहीं, एन प्रशांत कृषि विकास एवं किसान कल्याम विभाग में स्पेशल सेक्रेटरी थे। एन प्रशांत हाल ही में एक वरिष्ठ अधिकारी की आलोचना करने के मामले में सस्पेंड किए गए थे। मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने चीफ सेक्रेटरी सारदा मुरलीधरन की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की है।
क्या है पूरा मामला?
साल 2013 बैच के अधिकारी गोपालकृष्णन पर आरोप है कि उन्होंने पिछले महीने 'मल्लू हिंदू अधिकारी' नाम से एक वॉट्सऐप ग्रुप बनाया। मामला सामने आने के बाद उन्होंने दावा कि उनका फोन हैक हो गया था। अधिकारियों के मुताबिक, फॉरेंसिक जांच में सामने आया है कि उनका फोन हैक नहीं हुआ था और इसी विवाद के बीच ही उनका फोन फॉर्मैट भी कर दिया गया था। तिरुवनंतपुरम सिटी के पुलिस कमिश्नर स्पर्जन कुमार ने बताया कि यह स्पष्ट नहीं है कि फोन हैक हुआ था या नहीं क्योंकि उनके फोन को 'रीसेट' किया गया था।
वहीं, IAS एन प्रशांत ने कुछ दिन पहले ही अपने एक फेसबुक पोस्ट में अडिशनल चीफ सेक्रेटरी ए जयतिलक की आलोचना की थी। उन्होंने आरोप लगाए थे कि जयतिलक उनके खिलाफ आधारहीन खबरें छपवा रहे हैं और उनके खिलाफ झूठ फैला रहे हैं। IAS एन प्रशांत ने जयतिलक को 'पागल' भी कह दिया था। दरअसल, एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया था कि जब प्रशांत अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के कल्याण के लिए शुरू किए गए अभियान 'उन्नति' के CEO थे तब कई फाइलें गायब कर दी गईं। बता दें कि सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में रहने वाले IAS प्रशांत को केरल में 'कलेक्टर ब्रो' के नाम से जाना जाता है।