बिहार के मधुबनी की एक अदालत ने अजीब फैसला सुनाया है। कोर्ट ने यौन उत्पीड़न के आरोपी और आरोप लगाने वाली पीड़िता की ही शादी कराने का फैसला सुना दिया। इतना ही नहीं, कोर्ट के इस आदेश के बाद पीड़िता की शादी जेल में बंद आरोपी से जेल के अंदर ही करवा दी गई। रोचक बात यह है कि पीड़िता इस आरोपी की भाभी लगती थी और अब दोनों पति-पत्नी हो गए हैं।
पीड़िता ने इस मामले में पिछले साल 29 जून को शिकायत दर्ज कराई थी और आरोपी यानी उसके देवर को गिरफ्तार कर लिया गया था। तब से वह जेल में ही बंद है। जेल में बंद आरोपी ने पटना हाई कोर्ट में जमानत याचिका दायर की थी। हाई कोर्ट ने इस याचिका पर सुनवाई करते हुए एक शर्त रखी थी कि अगर निचली अदालत आरोपी और पीड़िता की शादी कराने का फैसला देती है तो जमानत दे दी जाएगी।
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निचली अदालत ने दी शादी की अनुमति
इसके बाद आरोपी ने निचली अदालत में याचिका दायर करके मांग की थी कि उसे पीड़िता से शादी करने की अनुमति दी जाए। पीड़िता भी इस शादी के लिए सहमत थी, ऐसे में निचली अदालत ने शादी की अनुमति दे दी। इसके बाद शादी का पूरा इंतजाम जेल प्रशासन ने ही कराया और जेल में काम करने वाले लोग इस शादी में शामिल भी हुए।
इस बारे में जेल अधीक्षक ओम प्रकाश भूषण ने कहा, 'कोर्ट के आदेश के बाद ही शादी कराने के लिए जरूरी इंतजाम जेल के अंदर किया गया था।'
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क्या है पूरा मामला?
आरोपी के वकील ने बताया, 'पीड़िता का पति 2022 में गुजर गया था। आरोपी पीड़िता के पति का भाई है यानी महिला का देवर है। महिला के पति के मरने के बाद दोनों साथ रहने लगे। साथ में रहने के दौरान दोनों में संबंध बन गया।' आगे वकील ने बताया, 'दोनों के बीच किसी विवाद की वजह से महिला ने नजदीक के पुलिस थाने में शिकायत कर दी थी और यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। इसके बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया था।'