पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आज (30 दिसंबर) उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली का दौरा करेंगी। यौन उत्पीड़न विवाद सामने आने के बाद यह पहली बार है, जब ममता बनर्जी वहां जाएंगी। इस बीच विपक्ष के नेता भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सुवेंदु अधिकारी भी ममता बनर्जी की यात्रा के अगले दिन संदेशखाली में 'जन संजोग यात्रा' निकालेंगे।
बता दें कि संदेशखाली में सार्वजनिक वितरण कार्यक्रम की अध्यक्षता करने के लिए ममता बनर्जी यहां आ रही हैं। यह अज्ञात द्वीप इस साल की शुरुआत में लोकसभा चुनाव से पहले बहुत सुर्खियों में रहा था। दरअसल, चुनाव से पहले लोगों ने ममता से पूछा था कि क्या वह संदेशखली जाएंगी, जिस पर उन्होंने कहा था कि वह बाद में जाएंगी।
योजनाओं के प्रमाण पत्र सौपेंगी ममता
राज्य सचिवालय नबान्ना में पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, 'हमने 'लक्ष्मी भंडार', 'बांग्लार बाड़ी' और अन्य योजनाओं के तहत कई लंबित कार्यक्रम पूरे कर लिए हैं। क्षेत्र के लगभग 20,000 लाभार्थियों को विभिन्न राज्य संचालित योजनाओं से लाभ मिलेगा। मुझे उम्मीद है कि मैं मंच से लगभग 100 लोगों को विभिन्न योजनाओं के प्रमाण पत्र सौंपूंगी।'
इस वजह से सुर्खियों में रहा संदेशखाली
बढ़ते यौन उत्पीड़न और भूमि कब्जाने की कथित घटनाओं के खिलाफ स्थानीय लोगों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया था। तृणमूल नेता शेख शाहजहां और उनके दो सहयोगियों शिबू प्रसाद हाजरा और उत्तम सरदार को दोनों ही मामलों में दोषी भी ठहराया गया था। हालांकि, बाद में दोनों को पार्टी से निलंबित कर दिया गया।
इस साल जनवरी में, करोड़ों रुपये के राशन वितरण घोटाले के सिलसिले में स्थानीय टीएमसी नेता शेख शाहजहां के संदेशखली स्थित आवास पर छापेमारी के दौरान प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अधिकारियों पर हमला किया गया था और उनके वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था।