बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री नुसरत भरूचा हाल ही में मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित महाकाल मंदिर में दर्शन करने पहुंची थीं। महाकाल मंदिर में हाथ जोड़े बैठी नुसरत की तस्वीरें सोशल मीडिया पर आईं तो कुछ लोगों की नजरें तिरछी हो गई हैं। जिन लोगों को नुसरत के मंदिर जाने से दिक्कत हुई, उनमें एक नाम मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी का नाम भी शामिल हो गया है। मौलाना शहाबुद्दीन ने नुसरत के मंदिर जाने को शरिया के हिसाब से गुनाह करार दिया है और उन्हें कलमा पढ़ने की नसीहत दे डाली है।
नुसरत भरूचा पुत्रदा एकादशी के मौके पर उज्जैन में स्थित श्री महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन करने पहुंची थीं। सोशल मीडिया पर आई तस्वीरों और वीडियो में देखा गया कि नुसरत श्रद्धालुओं के बीच हाथ जोड़े बैठी हैं और मंदिर में मंत्रोच्चार हो रहा है। उनके दर्शन करने की घटना विवादों में तब आई जब मौलाना शहाबुद्दीन ने इसे इस्लाम और शरिया के हिसाब से गलत बता दिया। नुसरत भरूचा ने मंदिर में दर्शन के बाद कहा था कि उन्हें यहां आने से शांति मिलती है।
क्या बोले मौलाना शहाबुद्दीन?
अब मौलाना शहाबुद्दीन ने एक बयान जारी करके कहा है, 'नुसरत भरूचा ने उज्जैन के महाकाल मंदिर में जाकर पूजा-पाठ की, जल चढ़ाया, दर्शन किए, अपने ऊपर चादर ओढ़ी, माथे पर चंदन लगाया। ये तमाम चीजें जो उन्होंने की हैं, वह शरीयत की नजर में गुनाह है। यह गुनाह-ए-अजीम है। उन्होंने शरीयत के उसूलों का उल्लंघन किया इसलिए उन पर हुक्म आईद होता है कि वह तौबा करें और कलमा पढ़ें।' बता दें कि मौलाना शहाबुद्दीन ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं।
दर्शन के बाद क्या बोली थीं नुसरत भरूचा?
दर्शन करने के बाद नुसरत भरूचा ने कहा था, 'जय श्री महाकाल, मैं दूसरी बार आई हूं और यह न्यू ईयर का टाइम है। फिर भी दर्शन करने पहुंची हूं। सबने बहुत संभालकर सभी भक्तों को दर्शन करवाया है। सब नए साल की शुरुआत करने से पहले यहां आए हैं। मुझे एक चीज बहुत अच्छी लगी कि अगर आपको जल चढ़ाना है और आपको आगे जाने नहीं मिलता है तो इनकी एक जगह है जहां आप जल चढ़ा दें और पाइप से वह सीधे भगवान शिव पर ही चढ़ता है। मेरा दिल करता है कि मैं यहां आती ही रहूं।'