उत्तर प्रदेश के मेरठ से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। अम्हेड़ा गांव स्थित सवेरा नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती फैमीद नाम के एक व्यक्ति की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। इस बात का खुलासा तब हुआ जब नशा मुक्ति केंद्र का वीडियो सामने आया।
मामले में मृतक के भाई की ओर से गंगानगर थाने में नशा मुक्ति केंद्र संचालकों सुनील और अरविंद समेत चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है। पुलिस ने अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया है और दो लोगों को तलाश जारी है।
यह भी पढ़ेंः लखनऊ में बुजुर्ग को चटवाई पेशाब, MP में दलित युवक से बदसलूकी
पत्नी की हुई थी मौत
फैमीद भावनपुर थाना क्षेत्र के जेई नंगला का रहने वाला था और पनीर सप्लाई का काम करता था। सूचना के मुताबिक एक साल पहले उसकी पत्नी की कैंसर से मौत हो गई थी। इसके बाद उनसे नशा करना शुरू कर दिया। उसकी नशे की बढ़ती आदत को देखते हुए घर वालों को चिंता हुई और 15 अक्टूबर भर्ती कराया गया था।
इसके बाद नशा मुक्ति केंद्र की तरफ से 20 अक्टूबर को सुबह करीब 5 बजे फैमीद के परिवार वालों को सूचना दी गई कि उनकी मौत हो गई है। इसके बाद परिजनों ने वहां पहुंचकर हंगामा करना शुरू कर दिया। मामला पुलिस के पास पहुंचा तो पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज निकलवाकर देखा। अभी सोशल मीडिया पर जो वीडियो सर्ककुलेट हो रहा है उसके मुताबिक फैमीद का हाथ-पैर बांधा गया और उनके मुंह में कपड़ा तक ठूंसा गया। इसके बाद उनके साथ मारपीट भी की गई।
यह भी पढ़ें- 'मेरा बेटा साइकोटिक था, मौत पर राजनीति हो रही है', मोहम्मद मुस्तफा ने दिया जवाब
क्या बोले आरोपी
वहीं नशा मुक्ति केंद्र के आरोपी सुनील और उनके साथी अरविंद का कहना है कि रात में फैमीद बेकाबू हो गया था जिसकी वजह से उसके हाथ-पैर बांधने पड़े और कपड़े से उसका चेहरा ढक दिया गया, लेकिन कुछ देर बाद उसकी हालत खराब होने की वजह से उन्हें नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।