मोहाली पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो रात के समय शहर की बड़ी सड़कों और एयरपोर्ट रोड पर लूटपाट, स्नैचिंग और ब्लैकमेलिंग किया करता था। इस गिरोह में एक महिला समेत कुल छह लोग शामिल थे, जिनमें से पांच को पुलिस ने पकड़ लिया है। उनके पास से चार महंगे मोबाइल और एक नकली प्रेस माइक भी मिला है।
इस ऑपरेशन की अगुवाई इंस्पेक्टर हरमिंदर सिंह ने की। पुलिस को 22 जून को एरोसिटी रोड पर इंडियन ऑयल पेट्रोल पंप के पास इस गैंग के बारे में पुख्ता जानकारी मिली थी। इसके बाद सीआईए टीम ने कार्रवाई करते हुए दीपक कुमार (पंचकूला), हरजिंदर उर्फ लाडी (छत), इरबनप्रीत उर्फ पिंकी (जीरकपुर) और संदीप कौर उर्फ माही (फिरोजपुर) को मौके पर दबोच लिया। गिरोह का एक और सदस्य उपेंद्र पंवार उर्फ लकी (सहारनपुर, यूपी) को बाद में पकड़ा गया। एक आरोपी सनी सचदेवा अब भी फरार है।
यह भी पढ़ें: जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान मची भगदड़, 3 की मौत, कई घायल
गाड़ियों को रोककर मांगते थे लिफ्ट
पुलिस के मुताबिक, गिरोह की महिला सदस्य संदीप कौर रात में गाड़ियों को रोककर लिफ्ट या मदद का बहाना बनाती थी। जब कोई शख्स उसकी मदद के लिए रुकता, तो वो उसकी गाड़ी में बैठ जाती और उसे किसी सुनसान जगह तक ले जाती। वहां पहले से मौजूद उसके साथी पहुंच जाते, वीडियो बनाते और फिर उसे वायरल करने की धमकी देकर पीड़ित से पैसे और कीमती सामान लूट लेते। ब्लैकमेलिंग को और गंभीर दिखाने के लिए दो आरोपी खुद को 'प्रेस रिपोर्टर' बताकर दबाव बनाते थे। पुलिस ने कहा है कि गैंग के काम करने का तरीका काफी शातिर था और जांच अभी भी जारी है।
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड: भारी बारिश का अलर्ट! 24 घंटे के लिए रोकी गई चार-धाम यात्रा
3 को भेजा गया जेल
इस गिरोह ने लूट, झपटमारी और ब्लैकमेलिंग जैसे 20 से ज्यादा जुर्म कबूल किए हैं, खासकर आईटी सिटी और जीरकपुर इलाके में। इनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की कई धाराओं में केस दर्ज किया गया है। इनमें से कई आरोपियों पर पहले से ही हत्या, हथियार रखने और जबरन वसूली जैसे संगीन मामले चल रहे हैं। फिलहाल, दो आरोपी पुलिस की हिरासत में हैं और बाकी तीन को जेल भेज दिया गया है।