झारखंड में पुलिस हिरासत में एक हत्यारोपी के कथित खुदकुशी का मामला सामने आया है। व्यक्ति पर दो महिलाओं की हत्या का आरोप था। पुलिस थाने के बाहर ग्रामीणों की उग्र भीड़ जमा होने के बाद थाने में आरोपी रस्सी और केबल वायर से संदिग्ध परिस्थितियों में लटका मिला। आनन-फानन उसे अस्पताल पहुंचाया गया है। जहां इलाज के दौरान उसकी जान चली गई। मृतक की पहचान श्रीकांत चौधरी के तौर पर हुई है। वह मुंबई में फिल्म इंडस्ट्री में काम करता था।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक उप-विभागीय पुलिस अधिकारी राजेंद्र प्रसाद ने बताया, 'श्रीकांत और 23 वर्षीय सोनी देवी के बीच पिछले दो साल से प्रेम प्रसंग था। सोनी का पति हत्या के मामले में जेल में बंद है। कई बार सोनी जंगल में श्रीकांत से मिल चुकी थी। इस बार श्रीकांत मुंबई से आया और सोनी को जंगल में बुलाया। यहां गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। सोनी की सहेली और सात बच्चों की मां रिंकू देवी को भी मार डाला, ताकि कोई सबूत न बचे। श्रीकांत चौधरी को शक था कि सोनी के कई और पुरुषों के साथ संबंध थे। इसी शक में उसने वारदात को अंजाम दिया।'
यह भी पढ़ें: सभी एयरपोर्ट बंद, सड़कों पर उतरी आर्मी; नेपाल में अब कैसे हैं हालात?
गोलगो की पहाड़ी में छिपाया शव
पुलिस के मुताबिक गुरुवार से दोनों महिलाएं लापता थीं। शक के आधार पर पुलिस ने खरसन गांव के रहने वाले श्रीकांत चौधरी को पकड़ा। इसके बाद वह पुलिस टीम के साथ गिरिहीह जिले के नीमाडीह गांव के पास गोलगो पहाड़ी पहुंचा। आरोपी ने यहीं पर ही दोनों के शवों को छिपा रखा था।
थाने के बाहर जुटी उग्र भीड़
दो महिलाओं की हत्या के बाद ग्रामीण उग्र हो गए। बड़ी भीड़ थाने के बाहर जुट गई। पुलिस अधिकारी राजेंद्र प्रसाद का कहना है, 'भीड़ आरोपी को अपने हवाले करने की मांग करने लगी और कहा कि अगर आरोपी को सौंपा गया तो उसे मार डालेंगे और खुद ही जेल चले जाएंगे। तनावपूर्ण स्थिति के बाद किसी तरह से सभी को शांत कराया गया।'
यह भी पढ़ें: 'बंगाल के युवा करें नेपाल जैसा प्रोटेस्ट', बीजेपी नेता के बयान पर बवाल
एसडीपीओ राजेंद्र प्रसाद का कहना है कि मैं पुलिस थाने से प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए चला गया। वापस लौटने पर जानकारी मिली की आरोपी ने केबल वायर और झंडे वाली रस्सी से लॉकअप में फांसी लगा ली। पहले उसे स्थानीय अस्पताल और बाद में सदर अस्पताल ले जाया गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
हिरासत में कोई हिंसा नहीं हुई: पुलिस अधिकारी
पुलिस अधिकारी का कहना है कि श्रीकांत और सोनी देवी पहले भी कई बार जंगल में मिल चुके थे। रिंकू देवी जंगल के बाहर रहती थी। अगर कोई अन्य व्यक्ति आता तो तुरंत दोनों को इसकी जानकारी रिंकू देवी देती थी। ग्रामीणों ने पहले भी श्रीकांत पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया था, लेकिन यह सिलसिला थमा नहीं। पुलिस अधिकारी ने हिरासत में आरोपी पर किसी भी प्रकार की हिंसा से इनकार किया। उनका कहना है कि मामले की जांच राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग कर रहा है।