दिल्ली में मुख्य राजनीतिक लड़ाई सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (BJP) और आम आदमी पार्टी (AAP) की होती है। अब सत्ता के केंद्र में बीजेपी की नेता रेखा गुप्ता हैं क्योंकि वह दिल्ली की सीएम हैं। इन्हीं रेखा गुप्ता ने एक इंटरव्यू के दौरान कुछ ऐसा कह दिया कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बैठे समाजवादी पार्टी (SP) कार्यकर्ता प्रदर्शन पर उतर आए। कुछ दिन पहले एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में रेखा गुप्ता ने सपा के मुखिया अखिलेश यादव के लिए 'टोंटी चोर' शब्द का इस्तेमाल किया था। इस पर अखिलेश की तरफ से तो कोई प्रतिक्रिया नहीं आई लेकिन सपा के कार्यकर्ता लखनऊ में लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। ऐसे ही एक प्रदर्शन के दौरान मंगलवार को सपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की और झड़प हो गई। झड़प के बाद पुलिस ने इन कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है।
दिल्ली की मुख्यमंत्री के अखिलेश यादव पर दिए बयान के खिलाफ मंगलवार को सपा नेता पायल किन्नर के नेतृत्व में 15-20 महिला कार्यकर्ताओं ने लखनऊ के जीपीओ पार्क में काली पट्टी बांधकर मौन विरोध प्रदर्शन किया। विरोध प्रदर्शन के बाद महिलाएं जब वापस जा रही थी तो वे अचानक राजभवन के गेट नंबर 2 की ओर मुड़ गईं, जहां उन्होंने नारेबाजी शुरू कर दी और धरना दिया। इस दौरान पुलिस ने उनको रोकने का प्रयास किया जिस कारण उनकी पुलिस से हाथापाई हो गई।
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पुलिस ने शिकायत दर्ज की
इस मामले में हजरतगंज के चौकी प्रभारी बागेश शर्मा की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है। शिकायत में कहा गया है, ‘ शाम करीब 4 बजे सपा नेता जूही सिंह, सुमैया राणा और वंदना चतुर्वेदी समेत पांच से सात अन्य महिला समर्थकों के साथ जीपीओ पार्क में विरोध प्रदर्शन में शामिल हुईं। इसके बाद करीब 5 बजे इन महिलाओं ने कहा कि वे सपा कार्यालय लौट रही हैं।’
हालांकि, शिकायत में आरोप लगाया गया है कि महिलाएं अचानक राजभवन के गेट नंबर दो की ओर गईं, जहां उन्होंने नारेबाजी शुरू कर दी और धरना दिया। जब पुलिसकर्मियों ने समूह को शांत करने का प्रयास किया, तो वे हाथापाई करने लगीं। एफआईआर में पायल किन्नर, जूही सिंह, सुमैया राणा, बीना रावत, सुमन यादव, वंदना चतुर्वेदी और 25 अन्य अज्ञात महिला कार्यकर्ताओं का जिक्र है। पुलिस आयुक्त विकास कुमार जायसवाल ने कहा, ‘शिकायत के आधार पर मंगलवार को प्राथमिकी दर्ज की गई। आगे की जांच की जा रही है और अज्ञात आरोपियों की पहचान करने के प्रयास जारी हैं।’
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क्या है पूरा मामला?
अखिलेश यादव पर बीजेपी टोंटी चोरी करने का इल्जाम लगाती रही है। यह इल्जाम अखिलेश यादव पर 2017 में तब लगे जब वह सत्ता से बेदखल हुए और उन्हें मुख्यमंत्री आवास छोडना पड़ा। जब उन्होंने मुख्यमंत्री आवास छोड़ा तो बीजेपी ने अखिलेश पर आरोप लगाए कि वह मुख्यमंत्री आवास से टोंटी भी चुराकर अपने साथ ले गए। यह विवाद अब दोबारा से दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के बयान से चर्चा में आ गया। दरअसल, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने हाल ही में दिए एक TV इंटरव्यू में अखिलेश को टोंटी चोर कह दिया जिससे सपा के कार्यकर्ता नाराज हो गए।