झारखंड में भाजपा नेता और जामा की पूर्व विधायक सीता सोरेन की हत्या की कोशिश का एक मामला सामने आया है। घटना गुरुवार रात को धनबाद जिले की है। दरअसल सोरेने धनबाद आई थीं और सरायढेला के एक इलाके में ठहरने वाली थीं। लेकिन उनके कमरे में दाखिल होने से पहले ही उनके पूर्व निजी सहायक (पीए) देवाशीष घोष पिस्तौल लेकर उनके होटल के कमरे में घुस गए।
जब वह अपने कमरे में दाखिल हुईं तो उनका पूर्व पीए पिस्तौल लेकर कमरे के अंदर था और गोली चलाने के लिए तैयार था, लेकिन सीता सोरेन के निजी सुरक्षाकर्मियों को समय रहते सूचना मिल गई और उन्होंने घोष को पकड़ लिया। बाद में सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची और घोष को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने होटल से दो पिस्तौल भी बरामद की।
घोष को शुक्रवार को धनबाद कोर्ट में पेश किया गया और कोर्ट ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
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कारणों का पता नहीं
पूर्व निजी सहायक द्वारा नेता पर हमला करने की योजना बनाने के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। अधिकारियों ने कहा कि पुलिस उसे रिमांड पर लेकर मामले की जल्द ही जांच करेगी।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की भाभी और झारखंड मुक्ति मोर्चा प्रमुख शिबू सोरेन की बड़ी बहू सीता सोरेन इन दिनों भाजपा में हैं।
बीजेपी ने लड़ी थीं चुनाव
लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल होने से पहले वह राज्य के जामा निर्वाचन क्षेत्र से झामुमो विधायक थीं। भाजपा ने उन्हें लोकसभा और विधानसभा चुनाव में टिकट दिया था, लेकिन वह दोनों ही चुनाव हार गईं।