हाल ही में हैदराबाद में मोमोज खाने से 31 वर्षीय महिला की मौत हो गई। वहीं, 15 अन्य बीमार पड़ गए थे। इस मामले को देखते हुए तेलंगाना सरकार ने बुधवार यानी 30 अक्टूबर को कच्चे अंडे से बने मेयोनीज पर एक साल का बैन लगा दिया है। राज्य सरकार ने यह फैसला खाद्य सुरक्षा चिंताओं को देखते हुए लिया है।
खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के मुताबिक, कच्चे अंडे से बने मेयोनीज खाने से राज्य में कई लोगों के बीमार पड़ने के मामले सामने आए है। बता दें कि मेयोनीज केवल मोमोज में ही नहीं बल्कि सैंडविच और बर्गर जैसे फास्ट फूड में भी बड़े स्तर से इस्तेमाल किया जाता है।
क्या मेयोनीज खाने से हो रही फूड पॉइजनिंग?
कच्चे अंडे से बने मेयोनीज के सेवन से लोगों को फूड पॉइजनिंग की समस्या हो रही है। इस मामले पर तेलंगाना फूड सेफ्टी कमिश्नर ने कहा कि पिछले कुछ महीने में मिली शिकायतों को देखते हुए मेयोनीज पर प्रतिबंध लगाया गया है जो सोमवार से प्रभावी हो चुका है।
एक साल का प्रतिबंध
खाद्य सुरक्षा को सचेत करते हुए कमिश्नर ने कहा कि ऐसे मामले जहां लगे कि यह लोगों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है तो उस पर तुरंत कार्यवाई करनी चाहिए। अब मेयोनीज के प्रोडक्शन, स्टोरेज और इनकी बिक्री पर 30 अक्टूबर से एक साल के लिए बैन लगा दिया गया है।
महिला की मौत के बाद हुई छापेमारी
महिला की मौत के बाद शुरुआती जांच हुई जिसमें पता चला कि विक्रेताओं ने एक ही सप्लायर से मोमज मंगाए थे। इससे पहले शवार्मा आउटलेट पर भी फूड पॉइजनिंग की शिकायतें मिली, जिसको देखते हुए स्वास्थ्य अधिकारियों ने शहर भर में शवार्मा आउटलेट्स पर छापेमारी की थी।