तेलंगाना में काफी समय से नकली खाने का सामान धड़ल्ले से बनाया जा रहा है और इसे बाजार में असली बताकर उपभोक्ताओं को बेचा जा रहा है। नकली खाने का सामान बेच रहे समाज के दुश्मनों के ऊपर राज्य खाद्य सुरक्षा विभाग तेजी से कार्रवाई कर रहा है।
तेलंगाना के खाद्य सुरक्षा विभाग ने शनिवार (1 फरवरी) को राज्य के कई इलाकों में छापेमारी की। छापेमारी में खाद्य सुरक्षा विभाग की टास्क फोर्स टीम ने जनगांव जिले के रघुनाथपल्ली में शक्ति मिल्क एंड मिल्क प्रोडक्ट्स के परिसर में छापा मारा। इस दौरान टीम ने पाया कि कंपनी में खराब क्वालिटी के दूध प्रोडक्ट्स बनाए जा रहे थे और उनमें मरे हुए मच्छर पाए गए हैं।
घी में मरे हुए मक्खियां और मच्छर
तेलंगाना के खाद्य सुरक्षा कमिश्नर ने बताया कि कंपनी प्रॉसेसिंग और हैंडलिंग के दौरान पर्याप्त स्वच्छता उपायों का पालन नहीं कर रही थी। टीम ने जांच की तो उन्होंने हैरान करने वाली चीजें देखीं। टीम ने पाया कि कोल्ड स्टोरेज रूम जर्जर हालत में था और वहां रखे हुए घी में मक्खियां और मच्छर मरे हुए थे। खाद्य पदार्थों के पास एक मरी हुई छिपकली पाई गई, साथ में छत पर मकड़ी के जाले पाए गए।
720 किलो दही में फफूंद
वहीं, पैकेज्ड उत्पादों पर ठीक से लेबलिंग नहीं थी। वहां रखी हुई 720 किलो दही में फफूंद लग हुई थी, इसके बाद टीम ने कंपनी पर कार्रवाई करते हुए खराब दही को फेंक दिया। वहीं, लेबलिंग उल्लंघन और घटिया गुणवत्ता को देखते हुए 1,700 किलोग्राम दही को जब्त कर लिया।

रिपोर्ट के मुताबिक, खराब खाद्य वस्तुओं की जांच के लिए नमूने एकत्र किए गए हैं। वहीं, शक्ति मिल्क एंड मिल्क प्रोडक्ट्स के ऊपर खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम, 2006 के तहत कार्रवाई की जाएगी।
तेलंगाना के खाद्य सुरक्षा कमिश्नर ने अपने एक्स पर शक्ति मिल्क एंड मिल्क प्रोडक्ट्स के परिसर पर की गई कार्रवाई की जानकारी दी है। एक्स पर यूजर्स ने ऐसी फैक्ट्रियों को परमानेंट सील करने के साथ में लाइसेंस रद्द करने की मांग की।