वरिष्ठ वकील और अनुभवी राजनेता एन रामचंदर राव जल्द ही बीजेपी की तेलंगाना इकाई के नए अध्यक्ष बन सकते हैं। वह केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी की जगह लेंगे, जो जुलाई 2023 से इस पद पर थे। पार्टी ने इस बदलाव के साथ तेलंगाना में अपनी रणनीति को और मजबूत करने की योजना बनाई है।
पार्टी ने आंतरिक चुनाव के लिए 29 जून को औपचारिक अधिसूचना जारी की। नामांकन 30 जून को दोपहर 2 बजे से 4 बजे तक हैदराबाद में पार्टी के राज्य मुख्यालय में स्वीकार किए जाएंगे। उम्मीदवार शाम 5 बजे तक अपना नाम वापस ले सकते हैं। माना जा रहा है कि राव इस पद के लिए एकमात्र उम्मीदवार होंगे।
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RSS से रहा गहरा नाता
66 वर्षीय राव का राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से गहरा नाता रहा है। उन्होंने 2015 से 2021 तक हैदराबाद, रंगा रेड्डी और महबूबनगर के स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) के रूप में काम किया। उनके अनुभव और संगठनात्मक कौशल को पार्टी में काफी महत्व दिया जाता है।
वर्तमान में केंद्रीय कोयला और खान मंत्री जी किशन रेड्डी ने तेलंगाना बीजेपी का नेतृत्व कर रहे हैं। उनके बाद अब राव को यह जिम्मेदारी दी जा रही है। हालांकि, राज्यसभा सांसद के लक्ष्मण और लोकसभा सांसद एटाला राजेंद्र और डी अरविंद का नाम भी चर्चा में था, लेकिन पार्टी ने राव के नाम पर सहमति जताई। पूर्व बीजेपी विधायक एंडाला लक्ष्मीनारायण ने बताया कि केंद्रीय एमएसएमई राज्य मंत्री शोभा करंदलजे इस चुनाव प्रक्रिया की केंद्रीय रिटर्निंग ऑफिसर होंगी।
कौन हैं एन रामचंदर राव?
राव ने 1985 में अपनी वकालत शुरू की थी और 2014 में बार काउंसिल ऑफ इंडिया के लिए चुने गए। उन्होंने बीजेपी में कई महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाईं, जैसे कि आंध्र प्रदेश (अविभाजित) इकाई के महासचिव और तेलंगाना में पार्टी के मुख्य प्रवक्ता। उन्होंने तेलंगाना में बीजेपी की सदस्यता अभियान का भी नेतृत्व किया, जिससे पार्टी का आधार मजबूत हुआ।
राव के पिता प्रोफेसर एनवीआरएलएन राव उस्मानिया विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग फैकल्टी के डीन थे। राव ने अपनी स्कूली शिक्षा सिकंदराबाद के केंद्रीय विद्यालय से 1977 में पूरी की। इसके बाद उन्होंने रेलवे डिग्री कॉलेज से बीए (1980), उस्मानिया विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में एमए (1982) और फिर कानून की डिग्री (1985) हासिल की।
राव का राजनीतिक सफर स्कूल के दिनों से शुरू हुआ, जब आपातकाल के समय वह छात्र आंदोलनों में सक्रिय थे। वह रेलवे डिग्री कॉलेज में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से जुड़े और उस्मानिया लॉ कॉलेज में छात्रसंघ के सचिव रहे। अपने आंदोलनों के दौरान उन्हें 14 बार जेल भी जाना पड़ा।
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परिवार और निजी जीवन
राव हैदराबाद में रहते हैं। उनकी बेटी अमुक्ता नरपराजू ऑस्ट्रेलिया में आईटी क्षेत्र में काम करती हैं, जबकि बेटा अवनीश नरपराजू तेलंगाना हाई कोर्ट में वकील हैं। राव के नेतृत्व में बीजेपी तेलंगाना में नई ऊर्जा के साथ अपनी स्थिति को और मजबूत करने की कोशिश करेगी।