उत्तर प्रदेश से आस्था की एक अनोखी तस्वीर सामने आई है। यहां प्रतापगढ़ जिले के गड़वारा नगर पंचायत की अध्यक्ष और सदर विकास खंड की प्रमुख ने अपनी कुर्सियां भगवान राम को समर्पित कर दी हैं। 53 वर्षीय अध्यक्ष सीमा सिंह और 65 वर्षीय प्रमुख शेषा देवी का कहना है कि भगवान राम उनके कार्यालयों का प्रशासनिक काम चलाते हैं और वह सिर्फ उनका प्रतिनिधित्व करती हैं।
सीमा सिंह का मानना है कि पिछले साल भगवान राम के आशीर्वाद से उन्होंने नगर पंचायत का चुनाव जीता था। यही वजह है कि उन्होंने भगवान राम के लिए मुखिया की कुर्सी खाली छोड़ दी है। वह दूसरी सीट पर बैठकर अपने कार्यालय का काम निपटाती हैं।
भगवान राम की वजह से जीता चुनाव
टाइम्स ऑफ इंडिया के हवाले से सीमा के बेटे सचिन ने बताया कि भगवान राम के आशीर्वाद से उनकी मां 2023 में प्रतापगढ़ जिले में नव निर्मित नगर पंचायत गड़वारा का चुनाव जीती थी। बता दें कि सीमा भाजपा उम्मीदवार नवीन सिंह को हराकर स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में अध्यक्ष चुनाव जीती थी। इसी वजह से सीमा ने अध्यक्ष की कुर्सी भगवान राम को समर्पित कर दी। 20 जून, 2023 को नगर पंचायत की पहली बोर्ड बैठक के दौरान सीमा और निर्वाचित मुखिया ने अपनी कुर्सी भगवान राम को समर्पित करने का फैसला किया था।
एक कुर्सी भगवान राम को समर्पित
बता दें कि सीमा ने प्रमुख की कुर्सी पर भगवान राम की तस्वीर रखी है और वह खुद बगल की कुर्सी पर बैठती हैं। 22 जनवरी को आयोध्या में राम मंदिर में भगवान राम की मूर्ति के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन सीमा ने गड़वारा नगर पंचायत में भगवान राम की दो मूर्तियां स्थापित की हैं। इस दौरान उन्होंने भव्य समारोह भी आयोजित किए थे। इसी तरह, सदर विकास खंड की ब्लॉक प्रमुख (ब्लॉक प्रमुख) शेषा देवी भी पिछले तीन वर्षों से अपनी कुर्सी भगवान राम को समर्पित करके काम कर रही हैं।
सीमा ऐसा करने वाली अकेली नहीं
TOI के हवाले से शेषा देवी के प्रतिनिधि गोल्डी सिंह ने बताया कि 'शेषा देवी ने भगवान राम के आशीर्वाद से चुनाव जीता था, जिसके बाद उन्होंने फैसला किया कि ब्लॉक प्रमुख की कुर्सी भगवान राम को समर्पित होगी और वह अपने नियमित काम के लिए उनकी कुर्सी के बगल में बैठेंगी। दरअसल, शेषा देवी ने ब्लॉक प्रमुख का चुनाव लड़ते समय शपथ ली थी कि जीत दर्ज करने के बाद वह अपनी कुर्सी भगवान राम को समर्पित करेंगी। एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में जीतने के बाद उन्होंने अपना वादा पूरा किया। वह हर दिन भगवान राम की पूजा करती हैं और उसके बाद ही बैठकों सहित अपने सामान्य कार्यालय के काम करती हैं।