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उत्तराखंड में बादल फटने से बह गया पूरा गांव; 4 की मौत, दर्जनों लापता

नदी का जलस्तर अचानक बढ़ने की वजह से गांव बह गया और काफी लोग लापता हो गए। आपातकालीन टीमें बचाव कार्य में जुटी हुई हैं।

uttarkashi cloud burst । Photo Credit: X/@uttarakhandcops

उत्तरकाशी में बादल फटने के बाद की स्थिति । Photo Credit: X/@uttarakhandcops

उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। मंगलवार को उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में हर्षिल के पास धराली क्षेत्र में बादल फटने से भयानक स्थिति पैदा हो गई। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो के मुताबिक एक पूरा गांव पानी के तेज बहाव में बह गया और कई लोगों के लापता होने की आशंका है। उत्तरकाशी के जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने कहा कि इसमें 4 लोगों के मारे जाने की सूचना है और लोगों को वहां से दूसरे स्थान पर ले जाया जा रहा है।

 

उत्तरकाशी पुलिस ने बताया कि खीर गाड़ नदी का जलस्तर बढ़ने से धराली में भारी नुकसान हुआ है। पुलिस, एसडीआरएफ, सेना और अन्य आपदा राहत टीमें मौके पर बचाव कार्य में जुटी हैं। बादल फटने की डरावनी तस्वीरें सामने आई हैं, जिनमें घर पानी के तेज बहाव में बहते नजर आ रहे हैं। उत्तराखंड पुलिस ने कहा कि आपातकालीन टीमें लापता लोगों की तलाश और बचाव में दिन-रात काम कर रही हैं। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार को उत्तराखंड के कुछ इलाकों में बहुत भारी बारिश होने की चेतावनी दी थी।

 

यह भी पढ़ेंः उत्तराखंड: भारी बारिश से सड़कें बंद, हनुमान चट्टी पुल टूटा, अलर्ट जारी

बारिश से हुई भारी तबाही

इस मॉनसून में उत्तराखंड में बारिश ने जमकर तबाही मचाई है। नदियों में तेज बहाव के कारण कई हादसे हो रहे हैं। सोमवार को हल्द्वानी के पास भाखरा नदी के तेज बहाव में एक व्यक्ति बह गया जबकि रविवार को भुजियाघाट के पास एक नाले में डूबने से दो लोगों की मौत हो गई थी।

 

रुद्रप्रयाग में भी रात भर हुए भूस्खलन से दो दुकानें मलबे और पत्थरों के नीचे दब गईं। राज्य आपातकालीन केंद्र ने बताया कि भूस्खलन के कारण यह नुकसान हुआ। वहीं रविवार को ही बारिश के कारण बद्रीनाथ हाईवे पर हनुमान चट्टी पुल का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया और 83 सड़कें भूस्खलन के कारण बंद हो गईं। हरिद्वार में अलकनंदा नदी में पानी का स्तर बढ़ने के बाद बाढ़ की चेतावनी भी जारी की गई।

 

 

बारिश से हुए भूस्खलन के कारण 83 सड़कें बंद हो गईं, जिनमें 24 लोक निर्माण विभाग और 52 पीएमजीएसवाई और ग्रामीण कार्य विभाग की सड़कें शामिल हैं। पिथौरागढ़ में सबसे ज्यादा 25 सड़कें बंद हैं, जिनमें तीन राष्ट्रीय राजमार्ग भी शामिल हैं।

 

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राहत कार्य जारी

घटना पर दुख व्यक्त करते हुए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यह घटना काफी पीड़ादायक है, राहत एवं बचाव कार्यों के लिए एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, जिला प्रशासन एवं अन्य संबंधित टीमें युद्धस्तर पर जुटी हुई हैं।

 

 

भारतीय सेना के सेंट्रल कमांड ने भी एक्स पर लिखा कि आइबेक्स ब्रिगेड की टुकड़ियां रवाना कर दी गई हैं और उन्होंने घटनास्थल पर पहुंच कर राहत कार्य शुरू कर दिया है। जो नुकसान हुआ है उसका आकलन किया जा रहा है और उसी हिसाब से राहत कार्यों को अंजाम दिया जा रहा है।

 

 

वहीं उत्तरकाशी पुलिस ने कहा है कि उत्तरकाशी के हर्षिल क्षेत्र में खीर गाड़ का जलस्तर बढ़ने से लोगों से अपील की जाती है कि लोग नदी से उचित दूरी बनाए रखें और बच्चों और मवेशियों को भी इससे दूर रखें।

 

 

 

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हिमाचल में भी बारिश का कहर

हिमाचल प्रदेश में भी भारी बारिश के कारण कई जगहों पर सड़कें और घर क्षतिग्रस्त हुए हैं। प्रशासन लोगों की सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। लोगों से अपील की जा रही है कि वे बारिश के दौरान सुरक्षित जगहों पर रहें और नदियों या नालों के पास न जाएं। सरकार और राहत टीमें प्रभावित लोगों की मदद के लिए लगातार काम कर रही है।

यूपी में भी स्थिति खराब

यूपी में भी बारिश ने भारी तबाही मचा रखी है और प्रयागराज व वाराणसी में बाढ़ की स्थितियां बनी हुई हैं। सोमवार को 40 से ज्यादा जिलों के लिए अलर्ट जारी किया गया था। भारी बारिश की वजह से नदियां उफान पर हैं और हजारों घरों में पानी भरने की वजह से लोगों को अलग जाना पड़ा है। प्रशासन राहत कार्य में लगा हुआ है लेकिन अभी पूरी तरह से समस्या से निजात नहीं पाया जा सका है।

 

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