उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली क्षेत्र में मंगलवार को एक और बादल फटने की घटना के बाद सुक्खी टॉप के पास भी बादल फटने की घटना हुई। गढ़वाल मंडल के कमिश्नर विनय शंकर पाण्डेय ने बताया कि उत्तरकाशी के हर्षिल में उसी रोड पर एक सुक्खी टॉप है, ऐसा समाचार आ रहा है कि वहां पर भी बादल के फटने की घटना हुई है। उन्होंने कहा कि हालांकि, वहां पर किसी के मरने या संपत्ति के नुकसान होने की कोई सूचना नहीं है, लेकिन भारी बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि स्थिति पर प्रशासन ने लगातार नजर बना रखी है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की चुनौती बनी हुई है। फंसे लोगों को स्थानीय लोगों की मदद से रेस्क्यू किया जा रहा है। स्थानीय लोगों के अनुसार, खीर गड़ा नदी के आसपास के क्षेत्र में बादल फटने से अचानक बाढ़ आ गई। इस बाढ़ ने धराली के ऊंचाई वाले गांवों में भारी नुकसान पहुंचाया। कई घर क्षतिग्रस्त हो गए या पानी के तेज बहाव में बह गए।
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रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
भारतीय सेना की सेंट्रल कमांड ने बताया कि इबेक्स ब्रिगेड के जवान तुरंत प्रभावित क्षेत्र में पहुंचे। वे स्थिति का जायजा ले रहे हैं और बचाव कार्य शुरू कर चुके हैं। सेना ने कहा, "नुकसान का आकलन किया जा रहा है और राहत कार्यों की जानकारी जल्द दी जाएगी।’
मुख्यमंत्री ने लिया जायजा
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना पर गहरा दुख जताया। उन्होंने बताया कि प्रशासन, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। सीएम धामी ने एक्स पर लिखा, 'धराली (उत्तरकाशी) में बादल फटने से हुए भारी नुकसान की खबर बहुत दुखद है। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और जिला प्रशासन युद्धस्तर पर राहत और बचाव कार्य कर रहे हैं। मैं अधिकारियों के लगातार संपर्क में हूं और स्थिति पर नजर रखी जा रही है। मैं भगवान से सभी की सुरक्षा की प्रार्थना करता हूं।'