बिहार की दानापुर विधानसभा सीट से राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के विधायक रीत लाल यादव ने अदालत से इच्छामृत्यु की मांग की। 45 मिनट तक हाथ जोड़े खड़े रहे रीत लाल यादव ने अदालत से कहा कि उनके खिलाफ लगातार केस दर्ज किए जा रहे हैं। वह इससे तंग आ चुके हैं। रोते हुए उन्होंने अदालत से इच्छामृत्यु की मांग की। विधायक रीत लाल यादव को कड़ी सुरक्षा में भागलपुर से लाया और पटना की एक अदालत में पेश किया गया। सुनवाई के वक्त विधायक ने अदालत से पटना के बेउर केंद्रीय जेल भेजने का अनुरोध किया।
एमपी/एमएलए अदालत के समक्ष विधायक रीत लाल यादव ने दलील दी कि भागलपुर में मेरी पैरवी करने वाला कोई नहीं है। मैं तंग आ चुका हूं। बुधवार को उनके खिलाफ दर्ज जबरन वसूली और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले की सुनवाई के बाद अदालत ने वापस भागलपुर जेल भेज दिया। हालांकि पुलिस ने बेउर जेल प्रशासन से रीत लाल यादव को दो दिन रुकने का अनुरोध किया था, लेकिन इसे ठुकरा दिया गया।
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कोर्ट में विधायक बोले- मैं थक चुका हूं
कोर्ट में विधायक रीत लाल यादव ने कहा, 'हुजूर, मुझे इच्छामृत्यु दे दीजिए। मेरे खिलाफ एक के बाद एक मामले दर्ज किए जा रहे हैं। मेरे लिए लड़ने वाला कोई नहीं है। मैं थक चुका हूं। कृपया मुझे वापस बेउर जेल स्थानांतरित कर दीजिए।'
बिल्डर से 50 लाख की रंगदारी मांगने का आरोप
बता दें कि दानापुर के एक बिल्डर ने 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगने के आरोप में विधायक रीत लाल यादव के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। 11 अप्रैल को बिहार पुलिस ने उनके 11 ठिकानों पर दबिश दी। इस दौरान 77 लाख रुपये के जाली चेक, चार पेन ड्राइव, 10.5 लाख रुपये की नकदी और जमीन से जुड़े कागजात मिले थे। इसके बाद विधायक रीत लाल यादव ने 17 अप्रैल को कोर्ट के समक्ष आत्मसमर्पण किया।
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पहले बेउर जेल में रहे, अब भागलपुर में
30 अप्रैल तक विधायक रीत लाल यादव को पटना की बेउर जेल रखा गया। इसके बाद जानकारी मिली की जेल में वह अपने लोगों से मिलते हैं। पुलिस ने किसी आपराधिक घटना की आशंका के चलते रीत लाल यादव को 1 मई को बेउर जेल से भागलपुर कैंप जेल भेज दिया था। उन्हें हाई सिक्योरिटी टी-सेल में रखा गया है। इसी सेल में बाहुबली और मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह भी रह चुके हैं।