देश की राजधानी दिल्ली से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। 20 साल के एक लड़के ने गुस्से में ब्लेड ही निगल लिया था। ऐसा उसने अपने ही पिता से झगड़ा होने के बाद किया। इस लड़के ने रेजर और उसमें लगी ब्लेड को दो अलग-अलग टुकड़े में निगल लिया था। गनीमत रही कि सही समय पर उसे अस्पताल ले जाया गया और डॉक्टरों ने घंटों लंबी सर्जरी करके ब्लेड और रेजर को निकाल लिया और इस युवक की जान बचाई जा सकी। यह भी बताया गया है कि इस युवक के पिता की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है जिसके चलते यह मामला और भी उलझ गया था।
यह मामला सर गंगा राम अस्पताल पहुंचा था। वहां जांच की गई तो पता चला कि रेजर का हैंडल बड़ी आंत में फंसा हुआ है और ब्लेड होल्डर पेट में है। रिपोर्ट के मुताबिक, इस तरह का कदम उठाने वाला युवक खुद तनाव से जूझ रहा है और पिता की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। ऐसे में यह मामला बेहद गंभीर हो गया था। डॉक्टरों का कहना है कि ऑपरेशन के बाद उसे समझाया-बुझाया जा रहा है ताकि वह फिर ऐसी गलती न करे।
कैसे बची जान?
बाद में डॉक्टर तरुण मित्तल, डॉ अनमोल अहूजा, डॉ श्रेष्ठ मांगलिक, डॉ. राकेश, डॉ कार्तिक कृष्णा और डॉ. तनुश्री नहाटा ने मिलकर घंटों तक सर्जरी करके इन दोनों चीजों को युवक के शरीर से बाहर निकाला। यह ऑपरेशन दो हिस्से में किया गया। पहले लैपेरोटॉमी के जरिए पेट से ब्लेड को निकाला गया। फिर सिगमोइडोस्कोपी करके हैंडल को आंत से निकाला गया। सर्जरी के बाद युवक की हालत ठीक बताई गई है और डॉक्टरों की टीम उसकी काउंसलिंग कर रही है ताकि वह तनाव से बाहर आ सके और दोबारा ऐसा कदम न उठाए।
इस केस के बारे में डॉ. मित्तल ने बताया, 'यह बहुत अजीब केस था। ऐसे केस में बेहद सावधानी और संवेदनशीलता की जरूरत होती है। इस स्थिति में मरीज की मानसिक स्थिति का भी बहुत ध्यान रखना होता है। बहुत लोग मानसिक बीमारी या तनाव के बारे में बात करने में झिझकते हैं जो कि आगे चलकर बड़ी समस्या का कारण बन सकता है।'