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OpenAI पर सुचिर बालाजी ने क्या लिख दिया था? मौत के बाद हो रहा वायरल

ओपनएआई के पूर्व शोधकर्ता सुचिर बालाजी का शव मिलने के बाद ओपन एआई से जुड़ी गंभीरताओं पर फिर चर्चा शुरू हो चुकी है। जिसके बारे में सुचिर ने भी चेतावनी दी थी।

Image of Suchir Balaji

सुचिर बालाजी। (Pic Credit: LinkedIn)

ओपनएआई के पूर्व शोधकर्ता और व्हिसलब्लोअर सुचिर बालाजी का शव सैन फ्रांसिस्को स्थित उनके अपार्टमेंट में मिला। रिपोर्ट्स के अनुसार, सैन फ्रांसिस्को के चिकित्सा परीक्षक कार्यालय ने इस मामले को आत्महत्या बताया है। पुलिस ने कहा कि अब तक किसी भी प्रकार की साजिश या आपराधिक गतिविधि के प्रमाण नहीं मिले हैं। डॉक्टरों ने भी जांच के बाद इसे आत्महत्या की श्रेणी में रखा है।

 

सुचिर बालाजी ने अक्टूबर में ओपनएआई के खिलाफ गंभीर चिंताएं व्यक्त की थीं। उन्होंने कंपनी पर कॉपीराइट कानून का उल्लंघन करने का आरोप लगाया था। बालाजी ने चार वर्षों तक ओपनएआई में काम किया, जिसमें से डेढ़ साल उन्होंने चैटजीपीटी प्रोजेक्ट पर बिताए। न्यूयॉर्क टाइम्स को दिए एक साक्षात्कार में उन्होंने बताया कि कंपनी की तकनीक समाज के लिए अधिक नुकसानदायक हो सकती है।

सुचिर बालाजी ने OpenAI के बारे में क्या कहा था?

 

बालाजी ने विशेष रूप से ओपनएआई पर कॉपीराइट कंटेंट को बिना उचित अनुमति के उपयोग का आरोप लगाया। उन्होंने तर्क दिया कि यह कानूनी और नैतिक चिंताओं को जन्म देता है। शिकागो ट्रिब्यून के एक ब्लॉग पोस्ट में बालाजी ने अपनी चिंताओं पर विस्तार से बताया, यह दावा करते हुए कहा कि चैटजीपीटी जैसे एआई सिस्टम कॉपीराइट कानूनों का उल्लंघन कर सकते हैं, जिससे इंटरनेट को नुकसान पहुंच सकता है। बालाजी ने यह भी चेतावनी दी कि ओपनएआई का काम करने का तरीका क्रिएटर्स को नुकसान पहुंचा सकता है और इंटरनेट को बाधित कर सकता है।

 

एक बयान में, ओपनएआई के प्रवक्ता ने कहा, "हम इस दुखद घटना से बेहद व्यथित हैं। हमारी संवेदनाएं सुचिर के परिवार और प्रियजनों के साथ हैं।"

 

अक्टूबर में, सुचिर ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा था कि उन्होंने कॉपीराइट और फेयर यूज से संबंधित मुद्दों पर शोध किया और निष्कर्ष निकाला कि अधिकांश जनरेटिव एआई उत्पादों के लिए 'फेयर यूज' एक कमजोर तर्क है। इसके साथ ही सुचिर की मृत्यु पर टेस्ला और स्पेस एक्स के CEO एलन मस्क ने इस खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए अपने X हैंडल पर केवल 'Hmm' लिखा है।

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