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ड्राइविंग लाइसेंस क्यों जरूरी है और इसे कैसे बनवाएं? यहां समझिए

अगर आप नया ड्राइविंग लाइसेंस बनावाने की सोच रहे हैं तो आरटीओ ऑफिस जाने से पहले यहां जान लीजिए ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की पूरी प्रक्रिया।

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प्रतीकात्मक तस्वीर, Photo Credit: FreePik

भारत में किसी भी गाड़ी को चलाने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस सबसे ज्यादा जरूरी दस्तावेजों में से एक है। अगर वाहन चलाते समय ड्राइविंग लाइसेंस आपके पास नहीं है तो आप भारी मुसीबत में पड़ सकते हैं। यदि आप 18 साल के हो चुके हैं और बाइक, स्कूटर या कार चलाते हैं लेकिन आपने ड्राइविंग लाइसेंस नहीं बनवाया है तो आप ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं जिसकी वजह से आपका भारी चालान कट सकता है।

 

ज्यादातर लोगों के लिए ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना भारी काम लगता है क्योंकि इसकी प्रक्रिया थोड़ी लंबी होती है, इसलिए लोग ऐसे ही काम चलाते रहते हैं लेकिन अगर आपके पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं है और आप नया ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना चाहते हैं, तो यहां लर्निंग लाइसेंस और स्थायी ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया, आवश्यक दस्तावेज, योग्यता और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी जान लीजिए।

ड्राइविंग लाइसेंस क्यों है जरूरी?

भारत में सार्वजनिक सड़कों पर वाहन चलाने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस का होना अनिवार्य है। यह सुनिश्चित करता है कि आप वाहन चलाने के सभी नियमों का पालन करने में सक्षम हैं। केवल प्रशिक्षित और योग्य व्यक्तियों को ही सड़कों पर वाहन चलाने की अनुमति मिलती है। इससे दुर्घटनाओं की संख्या कम होती है। साथ ही, ड्राइविंग लाइसेंस एक मान्य पहचान पत्र है, जिसे किसी सरकारी और निजी कार्यों में भी उपयोग किया जा सकता है।

 

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लर्निंग लाइसेंस क्या होता है?

लर्निंग लाइसेंस एक अस्थायी दस्तावेज है, जो वाहन चलाने का अभ्यास करने के लिए जारी किया जाता है। यह उन व्यक्तियों के लिए होता है, जो वाहन चलाना सीख रहे होते हैं। लर्निंग लाइसेंस की एक निश्चित समय सीमा होती है जिसके भीतर आपको ड्राइविंग टेस्ट देकर स्थायी ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन करना होता है।

ड्राइविंग लाइसेंस क्या होता है?

ड्राइविंग लाइसेंस एक आधिकारिक दस्तावेज है, जो आपको सार्वजनिक सड़कों पर गाड़ी चलाने की अनुमति देता है। यह दस्तावेज यह साबित करता है कि आपने वाहन चलाने और यातायात नियमों का पालन करने का प्रशिक्षण प्राप्त किया है।

 

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लर्निंग और ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने में कितना समय लगता है?

लर्निंग लाइसेंस आवेदन के कुछ ही दिनों में ऑनलाइन प्रक्रिया द्वारा बन जाता है। वहीं, स्थायी लाइसेंस, लर्निंग लाइसेंस मिलने के बाद निर्धारित समय पर नजदीकी आरटीओ ऑफिस में ड्राइविंग टेस्ट देकर स्थायी लाइसेंस के लिए आवेदन किया जाता है। ड्राइविंग टेस्ट पास होने पर लाइसेंस 30 दिन से 3 महीने के अंदर पोस्ट द्वारा आपके पते पर भेज दिया जाता है।

ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवश्यक योग्यता

बता दें कि बिना गियर वाले दोपहिया वाहन के लिए न्यूनतम आयु 16 वर्ष होती है। गियर वाले दोपहिया वाहनों के लिए और कार के लिए न्यूनतम आयु 18 वर्ष होती है। आवेदक शारीरिक रूप से फिट होना चाहिए। यदि कोई गंभीर बीमारी हो, तो ड्राइविंग लाइसेंस जारी नहीं किया जाता। ज्यादातर राज्यों में कम से कम 10वीं पास होना आवश्यक है, हालांकि कुछ स्थानों पर यह अनिवार्यता नहीं है। इसके साथ आपके पास लर्निंग लाइसेंस, चिकित्सा प्रमाणपत्र और भारतीय नागरिकता का प्रमाण पत्र होना अनिवार्य है।

लर्निंग लाइसेंस के लिए आवश्यक दस्तावेज

अगर आप लर्निंग लाइसेंस बनावने की सोच रहे हैं तो आपके पास जन्म प्रमाणपत्र, पैन कार्ड, 10वीं की मार्कशीट, आधार कार्ड, वोटर कार्ड, चिकित्सा प्रमाणपत्र, पासपोर्ट साइज फोटो, ब्लड ग्रुप की जानकारी, मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी का होना अनिवार्य है।

 

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ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवश्यक दस्तावेज

लर्निंग लाइसेंस बनवाने के बाद यदि आप ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए जा रहे हैं तो आपके पास आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट, चिकित्सा प्रमाणपत्र, ब्लड ग्रुप की जानकारी और लर्निंग लाइसेंस की कॉपी होना अनिवार्य है।

लर्निंग लाइसेंस ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया

STEP 1: परिवहन विभाग की आधिकारिक वेबसाइट Parivahan.gov.in पर जाएं।
STEP 2: “Online Services” विकल्प पर क्लिक करें और “Driving License Related Services” चुनें।
STEP 3: अपने राज्य का चयन करें।
STEP 4: “Apply for Learner Licence” विकल्प पर क्लिक करें।
STEP 5: आवेदन फॉर्म में अपनी व्यक्तिगत जानकारी यानी कि नाम, पता, मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी दर्ज करें।
STEP 6: आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करें।
STEP 7: ऑनलाइन शुल्क का भुगतान करें और आवेदन सबमिट करें।
STEP 8: आवेदन की रसीद डाउनलोड कर लें और उसे अपने पास सुरक्षित रखें।

ड्राइविंग लाइसेंस ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया

STEP 1: आधिकारिक वेबसाइट Parivahan.gov.in पर जाएं।
STEP 2: “Online Services” के अंतर्गत “Driving License Related Services” विकल्प चुनें।
STEP 3: अपने राज्य का चयन करें और “Apply for Driving Licence” पर क्लिक करें।
STEP 4: फॉर्म में सभी जानकारी यानी कि नाम, पता और लर्निंग लाइसेंस विवरण भरें।
STEP 5: आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करें और शुल्क का भुगतान करें।
STEP 6: नजदीकी आरटीओ कार्यालय में जाकर ड्राइविंग टेस्ट पास करें।
STEP 7: पास होने के बाद, आपका लाइसेंस आपके पते पर पोस्ट द्वारा भेज दिया जाएगा।

ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के क्या फायदे हैं?

ड्राइविंग लाइसेंस एक लीगल दस्तावेज होता है। यह पहचान पत्र के तौर पर भी इस्तेमाल किया जाता है। यदि आपके पास ड्राइविंग लाइसेंस है तो आपके पास वाहन चलाने का अधिकार होता है। बिना ड्राइविंग लाइसेंस के वाहन चलाना गैरकानूनी होता है, जिसकी वजह से आपके ऊपर जुर्माना या कार्रवाई हो सकती है। 

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