बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के एक हिस्से के रुप में मोदी सरकार ने साल 2015 में सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Smridhi Yojna) की शुरुआत की। यह एक छोटी जमा राशि योजना है, जिसमें 10 साल या उससे कम उम्र की लड़की के लिए अकाउंट खोला जाता है। यह अकाउंट माता-पिता के जरिए खोला जाता है। इस योजना के तहत माता-पिता अधिकतम 2 बेटियों के लिए ही अकाउंट खोल सकते हैं। वहीं, जुड़वा बच्चों में तीन के लिए अकाउंट खोला जा सकता है। इस योजना में निवेश करने के लिए आपका भारतीय निवासी होना जरूरी है और माता-पिता को बच्ची का कानूनी अभिभावक होना जरूरी है।
कैसे खुलवा सकते हैं खाता?
सुकन्या समृद्धि खाता आप कम से कम 250 रुपये तक का खुलवा सकते हैं। इसमें अधिकतम 1.5 लाख रुपये जमा किए जा सकते हैं। अकाउंट किसी भी बैंक या डाकघर में खुलवाया जा सकता है। अगर आप किसी साल न्यूनतम राशि जमा नहीं करवाते हैं तो अगली बार पैसे जमा करवाते समय आपको 50 रुपये की पेनल्टी भी भरनी होगी।
कैसे करती है यह योजना काम?
सुकन्या समृद्धि योजना में आपके निवेश पर ट्रिपल ई टैक्स का लाभ मिलता है। इस स्कीम में निवेश करने वालों को इनकम टैक्स की धारा 80C के तहत टैक्स में भारी छूट मिलती है। सरकार इन खातों पर मिलने वाले ब्याज पर कंपाउडिंग लाभ भी देती है। मैच्योरिटी पूरी होने से पहले आप खाते से पैसे निकाल सकते हैं। जब बेटी 21 साल की हो जाती है, तब यह राशि ब्याज सहित कई गुना बढ़ जाती है। इस राशि का उपयोग करके बेटी के माता-पिता अच्छी राशि से बच्ची को अच्छी शिक्षा प्रदान कर सकते हैं। साथी ही उसके भविष्य की आर्थिक समस्याओं से भी छुटकारा पा सकते हैं।
कितनी राशि कर सकते है जमा?
न्यूनतम राशि 250 रुपये और अधिकतम राशि 1.50 लाख रुपये जमा करा सकते है। अगर आप 5 हजार की राशि जमा कराते हैं तो यह राशि एक साल के भीतक 60 हजार हो जाएगी। आपको इसमें 15 सालों तक निवेश करना है, उसके बाद के 6 साल तक आपको निवेश नहीं करना है। जमा राशि पर सरकार द्वारा 8.2 प्रतिशत का ब्याज मिलता है। आसान भाषा में समझें तो अगर आपने 15 लाख रुपये जमा किए है तो आपको 27 लाख का लाभ मिलेगा। इसको मैच्योरिटी पूरी होने के बाद निकाल सकते हैं।