गृह मंत्रालय के अंतर्गत काम करने वाली इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर-I4C ने हाल ही में एक चेतावनी जारी की है। यह चेतावनी उन ऑनलाइन धोखाधड़ी को लेकर है जो धार्मिक तीर्थ यात्रियों और घरेलू पर्यटकों को निशाना बना रही हैं। गर्मियों में धार्मिक यात्रा और गर्मी छुट्टियां आने वाली है, ऐसे में लोगों की भावनाओं और भरोसे का फायदा उठाकर ठग सक्रिय हो गए हैं।
कैसे हो रहा है धोखा?
I4C के मुताबिक, ठग फर्जी वेबसाइटें, सोशल मीडिया पेज, पेड विज्ञापन और व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर लोगों को लुभावने ऑफर देते हैं। ये वेबसाइट काफी पेशेवर और असली जैसी दिखती हैं, जिससे लोग आसानी से इनके झांसे में आ जाते हैं।
ऑनलाइन फ्रॉड में ये सर्विस हैं शामिल
- केदारनाथ और चार धाम यात्रा के लिए हेलीकॉप्टर बुकिंग
- तीर्थ स्थलों के लिए होटल या गेस्ट हाउस की ऑनलाइन बुकिंग
- टैक्सी और लोकल घूमने के लिए कैब सर्विस
- धार्मिक स्थलों के लिए पैकेज टूर
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लोग इन सर्विसेज के लिए ऑनलाइन एडवांस पेमेंट कर देते हैं लेकिन भुगतान के बाद उन्हें कोई पुष्टि नहीं मिलती और दिए गए मोबाइल नंबर बंद या फर्जी निकलते हैं। इससे वे मानसिक और आर्थिक रूप से परेशान हो जाते हैं।
इस साइबर फ्रॉड से जुड़े कई उदाहरण हैं, जिसमें केदारनाथ के लिए हेलीकॉप्टर बुकिंग के नाम पर फर्जी वेबसाइटें और व्हाट्सएप ग्रुप वायरल हो चुके हैं। वहीं सोमनाथ, वाराणसी, रामेश्वरम और शिर्डी जैसे तीर्थ स्थलों पर होटल बुकिंग के नाम पर कई लोग ठगी के शिकार हो चुके हैं। इसके साथ हरिद्वार, ऋषिकेश और अयोध्या में कैब सर्विस के नाम पर भी कई फर्जीवाड़े सामने आए हैं, जहां लोग एडवांस देकर धोखा खा चुके हैं।
सरकारी पोर्टल और विश्वसनीय लिंक
I4C ने लोगों से कहा है कि वे सिर्फ आधिकारिक वेबसाइटों या पंजीकृत ट्रैवल एजेंसियों से ही बुकिंग करें। केदारनाथ हेलीकॉप्टर बुकिंग के लिए https://www.heliyatra.irctc.co.in, सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट की वेबसाइट: https://somnath.org से बुकिंग कर सकते हैं।
ऑनलाइन फ्रॉड से बचाव के लिए जरूरी बातें
- आप यदि इन जगहों पर यात्रा के लिए जा रहे हैं तो किसी वेबसाइट या विज्ञापन की जांच जरूर। इसके साथ Google, Facebook, या WhatsApp पर दिखने वाले sponsored ads या अनजान लिंक पर क्लिक करने से बचें।
- किसी भी अनजान व्हाट्सएप नंबर या सोशल मीडिया पोस्ट पर भरोसा न करें। साथ ही बुकिंग से पहले ऑफिशियल वेबसाइट या मान्यता प्राप्त एजेंसी से पुष्टि करें। अगर आपको कोई धोखाधड़ी लगती है तो तुरंत www.cybercrime.gov.in पर शिकायत करें या 1930 हेल्पलाइन पर कॉल करें।
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सरकार की कार्रवाई
सरकार ने साइबर धोखाधड़ी से निपटने के लिए कई उपाय शुरू किए हैं:
संदिग्ध वेबसाइटों और फर्जी अकाउंट्स की जानकारी Google, Facebook और WhatsApp जैसे प्लेटफॉर्म्स को दी जा रही है ताकि समय रहते इन्हें हटाया जा सके। जहां से इन ठगी गतिविधियों की शुरुआत होती है, उन राज्यों और जिलों की पहचान कर वहां पुलिस को अलर्ट किया जा रहा है।
साइबर पेट्रोलिंग टीमें लगातार फर्जी वेबसाइटों और सोशल मीडिया प्रोफाइल्स पर निगरानी कर रही हैं। National Cybercrime Reporting Portal पर एक नया फीचर 'Suspect Checking and Reporting' जोड़ा गया है जिससे आम लोगों यदि फर्जी साइट्स दिखते हैं तो उनकी रिपोर्टिंग आसानी से कर सकें।